इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की कुर्सी गंवाने के बाद इमरान खान (Imran Khan) अब वापसी की कोई कोशिश कमजोर नहीं करना चाहते हैं।
हाल ही में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हुए उपचुनावों में अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को मिली जोरदार सफलता के बाद इमरान खान ने वहां सरकार बनाने का मूड बना लिया है। इस बीच किसी खरीद फरोख्त से बचाने के लिए इमरान ने अपने विधायकों को एक होटल में कैद कर लिया है।
पाकिस्तान की पंजाब विधानसभा में कुल 371 सीटें हैं। बहुमत के लिए 186 विधायक होने जरूरी हैं। इस समय पंजाब में सत्तारूढ़ प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के पास 179 विधायक हैं।
इसके विपरीत हाल ही में हुए उपचुनाव में बीस में से 15 सीटें जीत कर इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने पंजाब विधानसभा में बहुमत में होने का दावा किया है।
मतदान के लिए पंजाब विधानसभा ले जाया जाएगा
पंजाब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Prime Minister Shahbaz Sharif) का गृह राज्य है और वहां शहबाज शरीफ के बेटे हमजा मुख्यमंत्री हैं। अब इमरान खान की पार्टी यहां मुख्यमंत्री पद के लिए 22 जुलाई को दावेदारी पेश करेगी।
पिछली बार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अपने 20 विधायकों के पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के उम्मीदवार हमजा शरीफ के पक्ष में मतदान करने के बाद इमरान इस बार कोई खतरा नहीं उठाना चाहते हैं।
इसीलिए उन्होंने अपने सभी विधायकों को लाहौर बुलाकर वहां एक होटल में कैद कर दिया है। इन्हें सीधे मतदान के लिए पंजाब विधानसभा (Punjab Assembly) ले जाया जाएगा।