नई दिल्ली: स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार (Government Sector in Health) लगातार कुछ न कुछ बदलाव कर रही है। साथ ही लोगों को राहत देने के लिए भी नई-नई योजनाएं भी (New-New Policy) तैयार कर रही है।
इसी कड़ी में सरकार ने दिल्ली AIIMS में इलाज कराने वाले लोगों को बड़ी राहत देने का काम किया है। ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ में नए निदेशक की नियुक्ति के बाद काफी बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
मरीजों की सुविधा और बेहतरी के लिए कई बदलाव किए जा रहे हैं। इसी के तहत AIIMS ने फैसला लिया है कि मरीजों को 300 रुपये तक का फ्री इलाज दिया जाएगा।
OPD का पर्चा बनवाने के लिए कोई भी शुल्क नहीं
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में (All India Institute of Medical Sciences) इलाज करवाने वाले लोगों के लिए एक काम की खबर है।
AIIMS में नवंबर के महीने से OPD का पर्चा बनवाने के लिए कोई भी शुल्क नहीं देना होगा। वहीं, अब AIIMS में किसी भी व्यक्ति का 300 रुपये तक का इलाज फ्री में होगा।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान द्वारा (All India Institute of Medical Sciences) लिए गए इस फैसले से हजारों मरीजों को फायदा मिलेगा। बता दें, इससे पहले ओपीडी में पर्चा बनवाने के लिए मरीजों को 10 रुपये शुल्क देना होता था।
लागू हो चुका है नियम
एम्स में नया नियम लागू हो चुका है। बता दें, दिल्ली AIIMS को नया डायरेक्टर मिलने के साथ ही यहां कई बदलाव देखे जा रहा हैं। AIIMS के कैंसर डिपार्टमेंट ने मरीजों के लिए OPD रजिस्ट्रेशन की टाइमिंग में भी बदलाव किया गया है।
नए टाइमिंग के मुताबिक, अब कैंसर विभाग के मरीजों का पर्चा सुबह आठ बजे से दोपहर 1 बजे तक बनेगा। मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए एम्स लगातार काम कर रहा है।
पर्चा बनवाने के टाइम में बदलाव के साथ ही मरीजों को कैंसर विभाग में शाम 5 बजे तक देखा भी जाएगा। मरीजों को देखने के लिए अलग-अलग डिपार्टमेंट का एक रेजिडेंट डॉक्टर रोटेशन के आधार पर क्लीनिक में मौजूद रहेगा।
AIIMS ने एक सर्कुलर के जरिए जानकारी दी
संज्ञान में आया है कि अस्पताल के स्टाफ के कहने पर एक सिक्योरिटी गार्ड (Security Guard) को चाय ले जाते देखा गया। इस तरह की घटनाओं से न सिर्फ सुरक्षा के साथ समझौता होता है बल्कि इससे सुरक्षा सेवाओं की छवि पर भी नकारात्मक असर पड़ता है।
बता दें, हाल ही में Dr. M. श्रीनिवास को ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ का (AIIMS) नया निदेशक बन गया है। एम्स में आते ही उनकी ये कार्यशैली का असर भी दिखने लगा है।