दुमका: भारतीय सनातनी धर्म (Indian Sanatani Dharma) को पूरी दुनिया में सबसे बड़े धर्म के रूप में माना जाता है और इसके मानने वालों की संख्या हर जगह है।
इस धर्म की शुद्धता और वैचारिकता को भी पवित्रता के एक प्रतीक के रूप में देखा जाता है।
इसी के मद्देनजर फिनलैंड (Finland) की टीना मारिया (Tina Maria) ने ईसाई धर्म (Christianity) को त्याग कर भारतीय सनातन धर्म अपना लिया है।
उन्होंने पितृ पक्ष के अंतिम तिथि को महालया के अवसर पर दुमका (Dumka) के धधकिया स्थित सतन आश्रम में उन्होंने भारतीय सनातन धर्म की दीक्षा ली।
इस अवसर पर संत भी मौजूद थे। उन्होंने पूरे विधि विधान के साथ इस धर्म को स्वीकार किया।
मारिया ने आश्रम के संस्थापक श्री जगदीश बाबा (Shree Jagdish Baba) को अपना गुरु और स्वामी आत्मानंद को अपना धर्म शिक्षा गुरु मानते हुए स्वामिनी अनुराधा से सनातन धर्म की दीक्षा ली।
स्वामी आत्मानंद की देखरेख में सम्पन्न हुआ कार्यक्रम
दीक्षा समारोह कार्यक्रम आश्रम के प्रबंध न्यासी स्वामी आत्मानंद की देखरेख में सम्पन्न हुआ।
स्वामी आत्मानंद ने बताया कि फिनलैंड के हेलसिंकी सिटी की टीना मारिया कुछ दिन पहले पर्यटक के रूप में भारत (India) आई है।
इस दौरान वह दुमका में सतन आश्रम में घूमने पहुंची थीं। टीना ने यहां स्वामी आत्मानंद से हिन्दू धर्म के बारे में बहुत कुछ जाना,समझा।
सनातन धर्म से वे काफी प्रभावित हुईं। फिनलैंड के दो नागरिक पहले भी सनातन धर्म की दीक्षा लेकर इस आश्रम से जुड़े हुए हैं। उनमें स्वामिनी अनुराधा भी एक हैं।
अनुका संन्यास ले बन चुकी हैं स्वामिनी अनुराधा
पूर्व में फिनलैंड निवासी अनुका हेलेनियस और सेर्गेय चेचूगा भी दुमका के सतन आश्रम के माध्यम से सनातन धर्म की दीक्षा ले चुके हैं।
वे दोनों न केवल हिन्दू धर्म में दीक्षित हुए बल्कि इस धर्म से प्रभावित हो कर संन्यास तक ग्रहण कर लिया।
अनुका हेलेनियस ने स्वामी आत्मानन्द से हिन्दू धर्म की दीक्षा लेने के बाद जब उन्होंने संन्यास लिया तो अनुका हेलेनियस से स्वामिनी अनुराधा बन गईं।
वे सतन आश्रम के गतिविधियों को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयत्नशील रहती हैं। फिनलैंड के ही सेर्गेय चेचूगा सनातन धर्म की दीक्षा लेकर संन्यासी बन गए और सदानंद ब्रम्हचारी के नाम से सनातन धर्म की सेवा कर रहे हैं।
स्वामिनी अनुराधा से भी प्रेरित हुईं टीना
मारिया स्वामिनी अनुराधा से भी प्रेरित हुईं। स्वामी आत्मानंद ने बताया कि सनातन धर्म की दीक्षा लेने वाली टीना मारिया ने संन्यास ग्रहण नहीं किया है,इस कारण उनका नाम परिवर्तन नहीं हुआ है।
उन्होंने केवल धर्म परिवर्तन किया है। टीना मारिया वापस फिनलैंड लौट जाएंगी। वे फिनलैंड में पेशेवर फोटोग्राफर (Photographer) हैं।