इस तरह भारतीय विदेश मंत्री ने ब्रिटेन को दी अपना दायित्व निभाने की नसीहत…

जयशंकर ने स्पष्ट किया कि जिस दिन उपद्रवी उच्चायोग (High Commission) के सामने इकट्ठा हुए, उस दिन उच्चायोग में सुरक्षा व्यवस्था (Security System) अपेक्षित मानकों को पूरा करने में विफल रही

News Desk
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बेंगलुरु : खालिस्तान समर्थकों और प्रदर्शनकारियों (Khalistan Supporters and Protesters) के भारत (India) के प्रति अनुचित बर्ताव और गतिविधियों को लेकर भारत के विदेश मंत्री S जयशंकर (S Jaishankar) ने कड़ा रुख अपनाते हुए ब्रिटेन (Britain) को अच्छी खासी नसीहत दी है।

कहा है कि भारत सुरक्षा (India Security) के अलग-अलग मानकों को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने Britain पर उच्चायोग के राजनयिकों को सुरक्षा प्रदान करने के दायित्व को पूरा नहीं करने का भी आरोप लगाया, जिसकी अपेक्षा उस देश से की जाती है, जहां उच्चायोग या वाणिज्य दूतावास (High Commission or Consulate) स्थित होता है।

इस तरह भारतीय विदेश मंत्री ने ब्रिटेन को दी अपना दायित्व निभाने की नसीहत…- In this way, the Indian Foreign Minister gave advice to Britain to fulfill its responsibility…

राजनयिक को काम करने के लिए सुरक्षा प्रदान करना ब्रिटेन की जिम्मेदारी

बेंगलुरु दक्षिण (Bangalore South) के MP तेजस्वी सूर्या (MP Tejashwi Surya) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में जयशंकर ने कहा, ‘ध्वज और उच्चायोग की सुरक्षा पर, इस मामले में ब्रिटेन (Britain) का दायित्व है कि वह एक राजनयिक (Diplomatic) को अपना काम करने के लिए सुरक्षा प्रदान करे।’

उन्होंने कहा, ‘दूतावास या उच्चायोग या वाणिज्य दूतावास (High Commission or Consulate) और उनके परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित करना उस देश का दायित्व है, जहां वह स्थित हैं। इन दायित्वों को पूरा नहीं किया गया।’

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इस तरह भारतीय विदेश मंत्री ने ब्रिटेन को दी अपना दायित्व निभाने की नसीहत…- In this way, the Indian Foreign Minister gave advice to Britain to fulfill its responsibility…

सुरक्षा मानकों का अलग-अलग पैमाना स्वीकार नहीं

जयशंकर ने स्पष्ट किया कि जिस दिन उपद्रवी उच्चायोग (High Commission) के सामने इकट्ठा हुए, उस दिन उच्चायोग में सुरक्षा व्यवस्था (Security System) अपेक्षित मानकों को पूरा करने में विफल रही।

कई देश सुरक्षा लेकर बेहद लापरवाह हैं। उनकी अपनी सुरक्षा के बारे में अलग राय है और दूसरों की सुरक्षा के बारे में अलग। एक विदेश मंत्री (Foreign Minister) के रूप में मैं आपको बता सकता हूं कि हम इस तरह के अलग-अलग मानकों को स्वीकार नहीं करने जा रहे हैं।’

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