पटना: बिहार में लगातार विदेशी घुसपैठियों के पकड़े जाने के बाद गृह मंत्रालय अब अलर्ट मोड में आ गया है। कटिहार में पांच अफगानी नागरिकों और झारखण्ड में अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी दाऊद इब्राहिम के गुर्गे के पकड़े जाने के बाद अब सीमांचल, मिथिलांचल, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत के सभी सीमाई इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
खासकर नेपाल से सटे इलाकों पर गृह मंत्रालय की विशेष नजर बनी हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल के आसपास के कुछ इलाके बांग्लादेश की सीमा से सटे हैं और यहां पर भी खुले बॉर्डर का फायदा उठाकर आपराधिक तत्व भारत की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल के भी सीमाई इलाकों में तैनात बीएसएफ और अन्य सुरक्षा बलों के जवानों को 24 घंटे गश्त करने और सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी करने को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
इस मामले को लेकर गृह मंत्रालय के द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
ख़ुफ़िया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार के मिथिलांचल, कोसी, सीमांचल से पश्चिम बंगाल के सीमाई इलाकों में फिलहाल डेढ़ सौ से अधिक संदिग्ध लोग रह रहे हैं।
ये लोग अपनी पहचान छुपाकर यहां गुजर-बसर कर रहे हैं। बीते दिनों कटिहार में पकड़े गए पांच अफगानियों से पूछताछ में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिसके आधार पर आगे की जांच की जा रही है।
इतना ही नहीं, नेपाल भी अब भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने वालों का गढ़ बन गया है।
बताया जाता है कि कई देशों के संदिग्ध गतिविधियों में शामिल लोग जो भारतीय क्षेत्रों में गड़बड़ी करते हैं, वह आराम से नेपाल में रह रहे हैं।
कोविड-19 के बाद से लगातार इंडो-नेपाल के बिगड़े रिश्तों का फायदा भारत विरोधी कार्यों में लगे वाले लोग उठा रहे हैं।
लगातार इस तरह के खुलासे होने के बाद से कई ऐसे संदिग्ध लोगों पर कार्रवाई भी हुई है और सुरक्षा एजेंसियों के हरकत में आने के बाद सीमाई इलाकों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
किसी भी तरह के संदिग्ध लोगों को देखते ही तुरंत कार्रवाई की जा रही है और सीमाई इलाकों में 24 घंटे गश्त किया जा रहा है।
पहले महिलाओं की आड़ में भी कुछ संदिग्ध आते थे लेकिन अब एसएसबी की महिला बटालियन भी इस पर नजर रख रही हैं।