नई दिल्ली: इंडिया पोस्ट पेमेंट (India Post Payment) ने अपने उपभोक्ताओं को बड़ा झटका दिया है। एक तो महंगाई की मार ऊपर से डाकघर में ब्याज दरें घटाकर इसके उपभोक्ताओं पर दोहरी मार की गई है।
जी हां! यदि आपका इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) में सेविंग अकाउंट (Savings account) है तो आप सतर्क हो जाएं और दोबारा इसमें निवेश की सोच रहे हैं तो कोई और विकल्प ढूंढ लें।
दरअसल, डाक विभाग के अधीन आने वाले आईपीपीी ने सभी सेविंग अकाउंट पर ब्याज दरों में 25 बीपीएस तक की कटौती कर दी है। नई दरें एक जून से लागू हो चुकी हैं।
भारतीय पोस्ट पेमेंट बैंक के सेविंग अकाउंट पर अब ब्याज दर दो फीसद सालाना है। जबकि इससे पहले यह दर 2.25 प्रतिशत थी। यह ब्याज खाते में रखे एक लाख रुपए तक के लिए है।
वहीं 1 लाख रुपये से अधिक और 2 लाख रुपये तक की रकम सेविंग अकाउंट में रखते हैं तो ब्याजदर अब 2.25 फीसदी प्रति वर्ष है।
पहले इस रकम पर 2.50 फीसदी प्रति वर्ष की दर से ब्याज मिल रहा था। आपको बता दें कि इन ब्याज (Interest) दरों का भुगतान ग्राहकों को तिमाही आधार पर किया जाता है।
बीमा योजनाओं पर भी झटका
आपको बता दें कि सरकार ने बीमा योजना- प्रधानमंत्री जीवन ज्योति (PMSBY) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा (PMSBY) का प्रीमियम बढ़ा दिया है।
पीएमजेजेबीवाई (PMSBY) की प्रीमियम दर को बढ़ाकर 1.25 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है। इस तरह यह सालाना 330 रुपए से बढ़कर 436 रुपए हो गई है।
पीएमएसबीवाई (PMSBY) के लिए वार्षिक प्रीमियम 12 रुपये से बढ़ाकर 20 रुपये कर दी गई है।
अब ऐसे में माना जा रहा है कि इतने बड़े पैमाने पर की गई कटौती के चलते ग्राहकों का इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक से मोह भंग होगा।
संभव है कि इसके उपभोक्ता किसी दूसरी योजना में निवेश (Investment) करने की सोचें। इससे इसके ग्राहकों की संख्या पर असर पड़ सकता है।