नई दिल्ली: पीएनबी (PNB) के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक ने अपने कर्ज की ब्याज दरों में इजाफा किया है। बैंक ने कोष की सीमांत लागत आधारित ऋण दरों (MCLR) में 0.10 फीसदी की बढ़ोतरी की है। नई दरें 3 सितंबर से लागू होंगी।
Indian Bank ने शुक्रवार को जारी बयान में बताया कि MCLR में 0.10 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है, जो सभी अवधि वाले कर्ज पर लागू होंगी।
बैंक ने ट्रेजरी बिल पर आधारित बेंचमार्क (TBLR) में भी बदलाव किया है। इस बढ़ोतरी के बाद एक रात से लेकर 6 महीने तक की MCLR दर बढ़कर 6.95 फीसदी से लेकर 7.60 फीसदी तक पहुंच गई है।
होम और ऑटो सहित तमाम लोन महंगे हो गए
MCLR में बढ़ोतरी से बैंक के होम और ऑटो लोन की ब्याज दरें बढ़ जाएंगी, जिससे ग्राहकों पर EMI का बोझ भी बढ़ जाएगा
इसी तरह एक साल की MCLR बढ़कर 7.75 फीसदी हो जाएगा, जो पहले एक साल की अवधि के लिए यह 7.65 फीसदी था।
इसके अलावा बैंक ने ट्रेजरी बिल बेंचमार्क लेंडिंग दर बढ़कर 5.55 फीसदी से लेकर 6.20 फीसदी तक पहुंच गई है। MCLR में बढ़ोतरी से बैंक के होम और ऑटो लोन की ब्याज दरें बढ़ जाएंगी, जिससे ग्राहकों पर EMI का बोझ भी बढ़ जाएगा।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के पिछले महीने नीतिगत दर रेपो रेट में 0.50 की बढ़ोतरी की है। इस तरह रिजर्व बैंक ने मई से लेकर अबतक रेपो रेट में 1.40 फीसदी तक की बढ़ोतरी कर दी है।
दरअसल इंडियन बैंक से पहले सार्वजनिक क्षेत्र के SBI, PNB और निजी क्षेत्र के ICICI सहित कई अन्य बैंकों ने अपनी ब्याज दरों में इजाफा किया है, जिससे होम और ऑटो सहित तमाम लोन महंगे हो गए हैं।