नई दिल्ली: HDFC के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (Indian Overseas Bank) ने भी सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (MCLR) में इजाफा किया है।
IOB ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के नीतिगत दर रेपो रेट (Repo Rate) में वृद्धि के बाद MCLR में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी की है। नई दरें शुक्रवार से लागू हो गईं।
IOB ने गुरुवार को रेग्युलेटरी फाइलिंग (Regulatory Filing) में दी जानकारी में बताया कि MCLR दर को 0.15 से 0.35 फीसदी तक बढ़ाया गया है।
ब्याज दर में ये बढ़ोतरी अलग-अलग अवधि के लिए की गई
इसके साथ ही बैंक ने रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) को भी बढ़ाकर 9.10 फीसदी कर दिया है। इस तरह बैंक के ये दोनों बदलाव 10 दिसंबर लागू हो जाएंगे। बैंक के इस बदलाव से टर्म लोन (Term Loan) की EMI दर और बढ़ने की संभावना है।
इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) के मुताबिक कर्ज की ब्याज दर (MCLR) में ये बढ़ोतरी अलग-अलग अवधि के लिए की गई है।
IOB ने बताया कि एक रात की अवधि के लिए MCLR बढ़ाकर 7.65 फीसदी, एक महीने के लिए 7.70 फीसदी, तीन महीने के लिए 8.00 फीसदी, छह महीने के लिए 8.15 फीसदी और एक साल के लिए 8.25 फीसदी कर दी गई है। इसी तरह दो साल की अवधि के लिए यह 8.35 फीसदी और तीन साल की अवधि के लिए 8.40 फीसदी होगी।