नई दिल्ली: रेलवे (Railway) ने इस वित्त वर्ष में दिसंबर 2022 तक माल ढुलाई से 1,20,478 करोड़ रुपये की कमाई की। पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में माल ढुलाई से आय में 16 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
वहीं रेलवे ने 22 दिसंबर तक 1109.38 मैट्रिक टन की माल ढुलाई की, जो पिछले साल की लोडिंग (Loading) यानी 1029.96 मैट्रिक टन की तुलना में 08 प्रतिशत अधिक है।
रेल मंत्रालय (Ministry Of Railways) के अनुसार ‘हंग्री फॉर कार्गो’ के मंत्र का पालन करते हुए भारतीय रेल ने व्यवसाय करने में प्रतिस्पर्धी कीमतों पर सेवा वितरण में सुधार के लिए निरंतर प्रयास किए हैं, जिसके परिणाम स्वरूप रेलवे में पारंपरिक और गैर-पारंपरिक कमोडिटी दोनों धाराओं से नया ट्रैफिक आ रहा है।
चुस्त नीति निर्माण के जरिये समर्थित ग्राहक केंद्रित दृष्टिकोण और व्यवसाय विकास (Focused Approach and Business Development) इकाइयों के कार्य ने रेलवे को इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए मदद की।
वहीं यात्री खंड में रेलवे की राजस्व आय में 71 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। रेलवे ने आरक्षित यात्री सेवा से 46 प्रतिशत और अनारक्षित यात्री सेवा से 381 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।
2021 में कोरोना की वजह से रेलवे की अनारक्षित सेवा हुई थी प्रभावित
अप्रैल से दिसंबर 2022 के दौरान शुरुआती आधार पर भारतीय रेलवे के लिए यात्री खंड में कुल अनुमानित आय 48,913 करोड़ रुपये रही। पिछले वर्ष इसी अवधि में 28,569 करोड़ रुपये की आय हुई थी।
आरक्षित यात्री खंड में 01 अप्रैल से 31 दिसंबर 2022 की अवधि के दौरान कुल यात्री बुकिंग अनुमानित संख्या 59.61 करोड़ रही। पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान यह 56.05 करोड़ थी।
यानी इस वर्ष 06 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वहीं अनारक्षित यात्री खंड में 01 अप्रैल से 31 दिसंबर 2022 तक 40,197 लाख यात्रियों ने रेलवे से यात्रा की। जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान यह संख्या 16,968 लाख थी। इसमें 137 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
उल्लेखनीय है कि 2021 में Corona की वजह से रेलवे की अनारक्षित सेवा प्रभावित हुई थी।