श्रीनगर: सेना ने जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में घुसपैठ की कोशिश कर रहे तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया है।
सेना ने गुरुवार को कहा कि आतंकियों के पास से इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेज (आईईडी) सहित हथियार बरामद किए गए हैं, जो कि जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने और अमरनाथ यात्रा को बाधित करने के इरादे का स्पष्ट संकेत है।
सेना के अनुसार, गुरुवार को केरन सेक्टर के अग्रिम इलाकों में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया गया, जिसमें तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया और बड़ी मात्रा में विस्फोटकों की बरामदगी की गई है।
सेना ने कहा, एसएसपी कुपवाड़ा सहित कई एजेंसियों से संयुक्त खुफिया जानकारी के आधार पर ऑपरेशन शुरू किया गया था। कई खोज दलों का गठन किया गया था, जिन्होंने जोरदार तरीके से तलाशी ली।
आतंकवादियों के साथ 26 मई को सुबह 4.45 बजे अग्रिम इलाकों (फॉरवर्ड एरिया) में आमना-सामना हुआ और इस दौरान भारी गोलीबारी हुई।
समझौते की आड़ में जम्मू-कश्मीर में अपने एजेंडे को बनाए रखना है
एक नागरिक मजदूर को भी गोलाबारी में अपनी जान गंवानी पड़ी। सुबह से ही गहन तलाशी ली गई और यह दोपहर लगभग 2 बजे समाप्त हुई।
बयान में कहा गया है कि इलाके की तलाशी में तीन आतंकवादियों के शव, तीन एके राइफल, एक पिस्तौल, छह ग्रेनेड और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद के साथ ही आईईडी से संबंधित स्टोर्स की बरामदगी हुई है।
सेना ने कहा, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाना पिछले तीन दशकों में पाकिस्तान की एक नीति रही है।
पीओजेके में आतंकवादी आकाओं की बढ़ती हताशा भारतीय सेना द्वारा किए गए प्रभाव-आधारित अभियानों और घाटी में आने वाले पर्यटकों की बड़ी संख्या केपरिणामस्वरूप स्पष्ट हो रही है।
सेना ने आगे कहा, पाकिस्तान की नापाक मंशा मरते हुए एजेंडे को पुनर्जीवित करने और पाकिस्तान सेना द्वारा युद्धविराम समझौते की आड़ में जम्मू-कश्मीर में अपने एजेंडे को बनाए रखना है।