रांची: खुद पढ़ीलिखीं आईएएस (IAS) और झारखंड की निलंबित खनन सचिव पूजा सिंघल (Pooja Singhal) जेल जाने के बाद से ज्ञान की बातें ज्यादा करने लगी हैं। जेल में बंद महिला कैदियों को शिक्षित बनाने पर काम करने जा रही हैं।
जेल में बंद होने के बाद से पूजा का रुझान अब आध्यात्म की ओर भी बढ़ने लगा है। मनी लाउंड्रिंग (Money Laundering) में जेल में बंद पूजा ने जेल की लाइब्रेरी से परहंस योगानंद की पुस्तक मंगवाकर पढ़ रही है। जेल में वे पूजा-पाठ में ज्यादा समय व्यतीत कर रही है।
जेल में कैदियों को सामान्य सेल में ही रखा जाता है, लेकिन पूजा सिंघल को अपर डिवीजन सेल में रखा गया है। जेल में ही बंद पूर्व मंत्री योगेंद्र साव के पत्नी पूर्व विधायक का भी उन्हें भरपूर साथ मिल रहा है।
पूजा सिंघल उन्हीं के साथ घूमती-फिरती हैं। बहरहाल, जेल जाने के बाद पूजा सिंघल का इस तरह सार्वजनिक रूप से धर्म-आध्यात्म रुचि बढ़ना उनके लिए अच्छे संकेत हैं।
शांत-शांत रही है पूजा सिंघल
खबर है कि जेल में बंद पूजा सिंघल अभी शांत-शांत रह रही है। बताया जा रहा है कि कभी कभार उनका ब्लड प्रेशन भी बढ़ जा रहा है। हालांकि चिकित्सक उनका समय-समय पर चेकअप कर रहे हैं।
हालांकि हर समय नौकर-चाकर और अधिकारियों के बीच रहने वालीं पूजा के लिए जेल में एक-एक दिन समय काटना मुश्किल भरा लग रहा है।
भागमभाग वाली दिनचर्चा से मिला छुटकारा
जेल सूत्रों के अनुसार, जेल की लाईब्रेरी में धर्म-अध्यात्म की पुस्तकें ज्यादा हैं। जेल के अपर डिवीजन सेल में बंद कैदी ये पुस्तकें मंगवा कर पढ़ते हैं। परमहंस योगानंद (Paramahansa Yogananda) की लगभग 10 पुस्तकें हैं।
ज्यादातर कैदी इस पुस्तक को पसंद करते हैं। पूजा सिंघल काफी शांत-शांत ही रहती हैं। उनकी अब दिनचर्चा सामान्य हो गई है। जबकि जेल से बाहर रहने के दौरान उनका शड्यूल भागमभाग वाला था।
किसी समय रुआब में रहने वाली पूजा अब किसी पर जेल में रौब नहीं दिखाती हैं। ऑर्डर देने वाली ये अधिकारी अब जेल अधिकारियों के निर्देशों का पालन रही हैं।
बहरहाल, पूजा सिंघल माममे में 14 जून को फिर से सुनवाई होनी है। अब उसी दिन का वह बेसब्री से इंतजार भी कर रही हैं।