नई दिल्ली: कांग्रेस ने शनिवार को मणिपुर में जातीय हिंसा (Manipur Ethnic Violence) के लिए भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अब उनके अपने विधायक कह रहे हैं कि एन. बीरेन सिंह (N. Biren Singh) के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार इसमें शामिल है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश (JaiRam Ramesh) ने ट्वीट किया, ”मणिपुर में भाजपा के अपने विधायक कह रहे हैं कि बीरेन सिंह सरकार इसमें शामिल है।” उन्होंने मणिपुर के भाजपा विधायक पाओलीनलाल हाओकिप का भी यही आरोप लगाते हुए एक राय संलग्न की।
मणिपुर में 3 मई को जातीय झड़पें भड़क उठी और तब से अब तक 100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
प्रधानमंत्री ने कहा ….
यहां तक कि 4 मई को मणिपुर में भीड़ द्वारा दो महिलाओं को नग्न घुमाने का एक Video भी 19 जुलाई को वायरल हो गया। इस कृत्य की पूरे देश में निंदा हो रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद के अंदर मणिपुर मुद्दे पर बोलने और मुख्यमंत्री को तत्काल हटाने तथा पूर्वोत्तर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रही है।
संसद के मानसून सत्र के पहले दो दिन विपक्षी दलों ने मणिपुर का मुद्दा उठाया है। गुरुवार को संसद के मानसून सत्र (Monsoon Session) के पहले दिन प्रधानमंत्री ने मणिपुर की घटना पर दुख और गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में महिलाओं के साथ हुई वीभत्स घटना बेहद शर्मनाक है और इसे कभी माफ नहीं किया जा सकता है।
राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हुई हिंसा की घटनाओं को भी जोड़ा
उन्होंने कहा कि ‘यह घटना पूरे देश का अपमान है, क्योंकि इसने 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार किया है। मणिपुर में महिलाओं के साथ जो घटना हुई उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता। मैं देशवासियों को आश्वस्त करता हूं कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
हालांकि उन्होंने अपने बयान में राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हुई हिंसा की घटनाओं को भी जोड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि घटना चाहे राजस्थान, छत्तीसगढ़ या मणिपुर की हो, दोषी देश के किसी भी कोने में छूटना नहीं चाहिए।