रांची: तुपुदाना ओपी में तैनात महिला सब इंस्पेक्टर संध्या टोपनो (Sandhya Topno) की वाहन से रौंदकर हत्या करने के मामले में तुपुदाना पुलिस दूसरे आरोपी मोहम्मद साजिद को सरगर्मी से तलाश कर रही है।
उसे दबोचने के लिए पुलिस टीम जगह-जगह छापेमारी (Raid) भी कर रही है। पुलिस ने तोरपा और कडरू स्थित विभिन्न ठिकानों पर छापा मारा है। हालांकि आरोपी साजिद का पता नहीं चल सका है।
अब पुलिस उसके खिलाफ वारंट जारी कराने की तैयारी कर रही है। रांची SSP किशोर कौशल ने बताया कि आरोपी साजिद के खिलाफ वारंट (Warrant) जारी कराने के लिए न्यायालय में आवेदन दिया जाएगा।
वह यदि न्यायालय में हाजिर नहीं हुआ तो उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। बहरहाल, पशु तस्करी (Animal Trafficking) मामले में और बड़े गैंग का खुलासा होने की उम्मीद है। हालांकि गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि उसे रास्ते में आने वाले हर किसी को मारते हुए निकालने को कहा गया था।
निजार को रिमांड (Remand) पर लेने की तैयारी में पुलिस वहीं, दूसरी ओर संध्या को वाहन से रौंदने वाले चालक निजार खान को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार (Arrest) कर लिया है। अब उसे जेल भेज दिया गया है।
हालांकि उसने पुलिस की पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए हैं। हालांकि उसे रिमांड पर लेने के लिए पुलिस न्यायालय (Police Court) में आवेदन देने की तैयारी में जुट गई है।
बताया जा रहा है कि यदि उसकी रिमांड मिली तो वह अपने गैंग (Gang) के और भी लोगों के बारे में खुलासा कर सकता है।
ठकुलपुर से मवेशियों को किया था लोड
निजार ने बताया कि फरार साजिद मुख्य तस्कर (Smuggler) है। वह दर्जनों बार ओडिशा से लाकर गोवंश को रांची में बेच चुका है। साजिद उसे ओडिशा (Odisa) के ठकुलपुर ले और वैन में गोवंश को लोड कराकर सीधे रांची में वाहन रोकने का निर्देश दिया था।
रास्ते में आने वाले हर किसी को मारते हुए निकलने को कहा
पूछताछ में उसने यह भी बताया कि साजिर ने उसे निर्देश दिया था कि रास्ते में जो भी मिले, उसे उड़ा देना। चाहे वह पुलिस (Police) ही क्यों न हो।
उसने यह भी खुलासा किया कि पुलिस व अन्य लोगों को गोवंश को लाने के एवज में मोटी रकम दी जाती है। पूछताछ में आरोपी निजार ने कांटाटोली में जिस तस्कर (Smuggler) के पास गौवंशीय पशु पहुंचाने जा रहा था, उसके नाम का भी खुलासा किया है। पुलिस अब उन तस्करों की तलाश शुरू कर दी है। जल्द ही आरोपी को पुलिस दबोचेगी।
बता दें कि हुलहुंडू के पास जब संध्या टोपनो वाहन की जांच कर रही थीं, तभी तेज रफ्तार वैन को आता देखकर उन्होंने रुकने का इशारा किया था।
उन्होंने वैन चालक की ओर जैसे ही टॉर्च जलाई वह उन्हें रौंदते हुए आगे निकल गया था। हालांकि आगे जाकर उसकी गाड़ी पलट गई और पीछा कर रही पुलिस ने उसे दबोच लिया था। संध्या का अंतिम संस्कार (Funeral) उसकी हत्या के अगले दिन कर दिया गया है।