रांची: राज्यपाल रमेश बैस (Governor Ramesh Bais) ने कहा कि देश प्रेम एवं अनुशासन की भावना के बिना जीवन में कोई भी आगे नहीं बढ़ सकता है।
उन्होंने कहा कि सभी को अपने बच्चों में सही आचरण एवं संस्कार विकसित करना चाहिए तथा उनमें अच्छी आदतें डालनी चाहिये।
राज्यपाल शुक्रवार को आईएमए रांची में आयोजित NCC एलुमनी मीट (NCC Alumni Meet) में संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने कहा कि वे भी NCC कैडेट रहे हैं तथा उनके परिवार के लोग भी सेना से आते हैं।
Old Age Home भारत की संस्कृति में नहीं…
बड़े भाई सैन्य अधिकारी से सेवानिवृत्त हुए। देश सुरक्षा के लिए भतीजा ने शहादत भी दी। एक पोता मेजर है जो जम्मू-कश्मीर में तैनात है और बहू भी मेजर है।
उन्होंने कहा कि बच्चों को परिवार से ही देशभक्ति की भावना जागृत किया जाना चाहिये। देश की आजादी के लिए शहीद भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) ने जवानी में ही कुर्बानी दे दी। लोगों को इन सबसे प्रेरणा लेना चाहिये।
राज्यपाल ने कहा कि हमारा देश संयुक्त परिवार के लिए जाना जाता है, लेकिन आज स्थितियां बदल रही हैं। दुर्भाग्य है कि ओल्ड एज होम भी लोगों को जाना पड़ रहा है।
ये Old Age Home भारत की संस्कृति में नहीं है। हमें अपने बड़ों-बुजुर्गों का आदर और सम्मान करना चाहिये।
उन्होंने कहा कि आज विडम्बना है कि बहुत से लोग उच्चवर्गीय समाज (Upper Class Society) के नाम पर अपने बच्चों को किसी चीज के लिए टोकते नहीं हैं, मना नहीं करते हैं।
विद्यालयों में NCC को बनाना चाहते हैं अनिवार्य
एक समय था जब बच्चे के विद्यालय में गलती करने पर शिक्षक डांटते या हल्का मार देते थे तो बच्चा घर में नहीं कहता था और कहते भी थे तो अभिभावक स्कूल में कुछ नहीं कहते थे, लेकिन आज स्थिति बदल गई है। उन्होंने कहा कि घर में अनुशासन का वातवरण होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वे अपना काम स्वयं करते थे, उन्होंने जीवन में अनुशासन को सदा अहम स्थान दिया है। लेकिन आज के बच्चे ऑर्डर करते हैं, वे एक पानी तक खुद लेकर नहीं पी सकते हैं।
राज्यपाल ने बच्चों में मोबाइल की बुरी लत पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि एक दिन समाचार पत्र (Newspaper) में पढ़ने को मिला कि एक बच्चे ने अपनी मां की हत्या इसलिए कर दी कि मां ने बच्चे को मोबाइल देखने के लिए मना किया।
बच्चों को मोबाइल से दूर रखने की कोशिश करने चाहिये, मोबाइल प्रथा पर नियंत्रण करना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों में एनसीसी प्रशिक्षण को अनिवार्य करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
वे विद्यालयों में भी NCC को अनिवार्य बनाना चाहते हैं। उन्होंने समय-समय पर NCC कैडेट्स के एकत्रीकरण (Aggregation) की बात कही।