रांची: राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास (Raghuvar Das) ने गुरुवार को कहा कि प्रदेश भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल 13 मई को राज्यपाल से मिलेगा।
राज्यपाल से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराने के साथ उन्हें पद के लिए अयोग्य ठहराने की भी मांग की जायेगी।
पत्रकारों से बातचीत में दास ने कहा कि वर्ष 2009 में अरगोड़ा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन जो कि उड़ीसा राज्य की आदिवासी श्रेणी की महिला हैं।
उन्होंने दो सेल डीड के द्वारा 13 कट्ठा 14 छटाक एवं 17 कट्ठा आठ छटाक की आदिवासी भूमि का क्रय किया।
उक्त दोनों डीड में उन्होंने अपने पति हेमंत सोरेन का नाम ना लिखकर अपने पिता अंपा मांझी का नाम दर्शाया और अपनी जाति संथाल बताते हुए अपना निवास स्थान हरमू कॉलोनी, थाना अरगोड़ा रांची दिखाया।
उन्होंने कहा कि इस सरकार ने इतिहास बनाने का काम किया है
दास ने कहा कि नियमानुसार किसी अन्य राज्य के आरक्षित श्रेणी का व्यक्ति झारखंड राज्य में आरक्षण का लाभ नहीं ले सकता है और सीएनटी एक्ट के प्रावधानों के अनुसार किसी आदिवासी भूमि के खरीद के लिए उसे विक्रेता के ही थाना क्षेत्र का होना भी आवश्यक है, जो दोनों शर्तें कल्पना मुर्मू नहीं पूरा कर रही थी।
इसलिए उनके द्वारा झारखंड राज्य में आरक्षित श्रेणी और अरगोड़ा थाना क्षेत्र का निवासी बताया जाना दोनों गलत है।
उन्होंने कहा कि इस सरकार ने इतिहास बनाने का काम किया है। देश के काले मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन जाने जायेंगे, जिन्होंने किसी अधिकारी पर हुई कार्रवाई से बौखला कर अपने का प्रेसवार्ता में पूर्व विधायक राम कुमार पाहन और प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाडंगी (Kunal Shadangi) उपस्थित थे।