पाकुड़: जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत (Lok Adalat) का आयोजन किया गया।
इसमें कुल 4041 वादों का निष्पादन किया गया। साथ ही कुल एक करोड़ 96 लाख, 96 हजार 104 रूपए का समझौता किया गया।
मौके पर बतौर मुख्य अतिथि प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुमारी रंजना अस्थाना ने कहा कि लोक अदालत के जरिए उभय पक्षों की आपसी वैमनस्यता एवं कटुता समाप्त हो जाती है। इससे न सिर्फ एक व्यक्ति अथवा एक परिवार बल्कि संपूर्ण समाज लाभान्वित होता है।
इस दिशा में सक्रियता से काम करने का निर्देश मौजूद पी एल वी को दिया
उन्होंने कहा कि आपराधिक वादों की शुरुआत छोटे मोटे झगड़ों से होती हैए जो आगे चल कर आपराधिक वादों में बदल जाती है।
वजह समाज के अधिकांश लोग कानून की बारीकियों से अनजान होते हैं। इसके लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।
मौके पर उन्होंने इस दिशा में सक्रियता से काम करने का निर्देश मौजूद पी एल वी को दिया। साथ ही कहा कि अधिकाधिक लोगों गरीबों व न्याय से वंचित लोगों को लोक अदालत के जरिए सस्ता व सुलभ न्याय उपलब्ध करने के अलावा केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने को प्रेरित करें, ताकि वे भी समाज के मुख्य धारा से जुड़ कर उन योजनाओं का लाभ उठा सकें।