रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन Chief Minister Hemant Soren ने COVID-19 महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए झारखंड एकेडमिक कॉउन्सिल की वार्षिक माध्यमिक और इंटरमीडिएट परीक्षा- 2021 को रद्द करने का निर्णय लिया है।
चूंकि, सीबीएसई CBSE और आईसीएसई ICSE और कई अन्य राज्यों के द्वारा 10वीं और 12वीं की परीक्षा रद्द करने के साथ परीक्षा फल के प्रकाशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
ऐसे में झारखंड बोर्ड से पंजीकृत विद्यार्थियों के हित में आवश्यक होगा कि अन्य सभी बोर्ड के साथ ही अथवा उसके कुछ दिन पहले या तुरंत बाद झारखंड बोर्ड का परीक्षा फल प्रकाशन सुनिश्चित हो।
इसे लेकर मुख्यमंत्री Chief Minister Hemant Soren ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को अहम निर्देश दिए हैं, ताकि महाविद्यालय में शुरू होने वाली नामांकन प्रक्रिया में झारखंड बोर्ड के विद्यार्थियों को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े
बता दें कि मुख्यमंत्री Chief Minister Hemant Soren ने गुरुवार को झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) से इस वर्ष आयोजित होने वाली 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया था।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यहां गुरुवार को कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) से इस सत्र में आयोजित होने वाली 10वीं और 12वीं परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया।
इससे पहले कोरोना संक्रमण के कारण सीबीएसई CBSE, सीआइएससीई ICSE सहित कई राज्यों की 10वीं और 12वीं की परीक्षा रद्द होने के बाद यह तय माना जा रहा था कि जैक JAC की परीक्षा भी रद्द हो जाएगी।
इसे लेकर छात्रों और उनके अभिभावकों की ओर से लगातार परीक्षा रद्द करने की मांग की जा रही थी।
जैक की इस साल 10वीं और 12वीं की परीक्षा में सात लाख 65 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को शामिल होना था।
इसमें 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 4.32 लाख और 12वीं बोर्ड की परीक्षा में 3.31 लाख परीक्षार्थी शामिल है।
परीक्षा नहीं होने की स्थिति में सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड के अनुसार सभी परीक्षार्थियों का रिजल्ट जारी किया जाएगा।
इससे पहले जैक बोर्ड की ओर से 9वीं और 11वीं की परीक्षा को भी रद्द करते हुए सभी विद्यार्थियों को 10वीं और 12वीं में प्रोन्नत कर दिया गया था।