रांची: राज्यपाल CP राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) ने कहा कि सभी को पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझना चाहिए।
पर्यावरण दिवस (Environment Day) पर्यावरण सुरक्षा (Environmental Protection) के प्रति जागरूकता और प्रतिबद्धता को व्यक्त करने का अवसर है।
राज्यपाल ने कहा कि झारखंड राज्य का वृक्षों से विशिष्ट संबंध रहा है। यहां हर्षोल्लास के साथ सरहुल पर्व मनाया जाता है, जिसमें वृक्ष की पूजा की जाती है।
उन्होंने NSS के स्वयंसेवकों से कहा कि आज आप सभी विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधरोपण करें एवं उसके संवर्द्धन की दिशा में ध्यान दें।
उन्होंने NSS के स्वयंसेवकों से कहा कि आप लोग ग्रामों में भी जाकर कार्यक्रम का आयोजन करें तथा ग्रामीणों से संवाद करें।
साथ ही स्वच्छता की दिशा में ध्यान देने के लिए कहा
उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रत्येक व्यक्ति को महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करना है।
लोगों को स्वयं के साथ अन्य को भी पर्यावरण के महत्व के संदर्भ में अवगत कराना चाहिए।
उन्होंने कहा कि लोग प्लास्टिक (Plastic) का उपयोग कर रहे हैं, उसे कहीं भी फेंक देते हैं, नदियां प्रदूषित हो रही हैं।
उन्होंने लोगों से प्लास्टिक को अपने व्यवहार में न अपनाने की अपील की। साथ ही स्वच्छता की दिशा में ध्यान देने के लिए कहा।
राज्यपाल बोल रहे
राज्यपाल सोमवार को ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ के अवसर पर राज भवन में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
इस अवसर पर राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ० ओ०एन० सिंह सहित बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के अधिकारी एवं NSS के स्वयंसेवक उपस्थित थे।
राज भवन में सोमवार को कुल 50 से अधिक लगाये पौधे
इस अवसर पर NSS के स्वयंसेवक दिवाकर आनन्द, फलक फ़ातिमा एवं आस्था दीप ने राज्यपाल के समक्ष विचार प्रकट करते हुए पौधरोपण के संदर्भ में अपने अनुभव प्रकट किए।
राज्यपाल ने राज भवन में पौधरोपण के क्षेत्र में अच्छे कार्य करने वाले और विचार प्रकट करने वाले NSS के स्वयंसेवकों को सम्मानित किया।
इससे पूर्व विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राज्यपाल ने राज भवन में पौधरोपण किया। राज भवन में सोमवार को कुल 50 से अधिक पौधे लगाये गए।