रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन सोमवार को सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर संशोधन के पक्ष में बोलते हुए भाजपा सचेतक बिरंची नारायण ने कहा है कि यह राज्यपाल की मजबूरी है कि संवैधानिक व्यवस्था के कारण उन्हें झूठ का पुलिंदा पढ़ना पड़ा।
पूर्व की भाजपा सरकार में पुलिस की ओर से अपराध का आंकड़ा जारी किया जाता था। लेकिन दो सालों से यह आंकड़ा जारी नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस आज अपराध का ब्यौरा नहीं दे रही है। पिछले दो सालों में अभी तक 2400 दुष्कर्म, 1200 लूट, 3154 दुष्कर्म, 3500 हत्या और 578 के करीब नक्सल घटनाएं घटी हैं। सत्ता पक्ष पुलिस का मनोबल गिराने का काम कर रही है।
मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए बिरंची ने कहा कि मुख्यमंत्री ने खुद माइनिंग का आवेदन दिया है। राज्य में जानबूझकर भाषा विवाद पैदा किया गया है। इन्हें सिर्फ उर्दू से मतलब है और किसी भाषा से नहीं। भाषा को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए।
बिरंची ने कहा कि कांग्रेस कोटे के मंत्री बन्ना गुप्ता ने सत्य स्वीकार कर लिया, उसे भाप लिया। उन्होंने मान लिया कि कांग्रेस को भाजपा से नहीं, मुख्यमंत्री से खतरा है।
तय है कि सरकार केवल मुस्लिम तुष्टिकरण कर रही है। उन्होंने सदन में किसानों की ऋण माफी और कोयला चोरी का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने सदन में कहा कि 2015-19 के दौरान हमारी सरकार में विकास कोने-कोने तक पहुंची थी। राज्य में चुनाव के बाद 26 माह से नेता प्रतिपक्ष का पद तक खाली है। जब निर्वाचन आयोग ने बाबूलाल मरांडी को भाजपा का विधायक माना है तो हम कैसे रोक सकते हैं।