रांची: शुक्रवार को झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र (Jharkhand Legislative Assembly Monsoon Session) का आखिरी दिन है।
विधानसभा शुरू होते ही भाजपा (BJP) ने हंगामा शुरू कर दिया। इससे सदन स्थगित कर दिया गया और फिर जब 12:00 बजे के बाद सदन शुरू हुआ तो भाजपा का हंगामा जारी रहा।
भाजपा विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे और आकर धरना पर बैठ गए। ये झारखंड राज्य प्रतियोगी परीक्षा विधेयक 2023 और नियोजन नीति को लेकर हंगामा करते रहे।
मंत्री आलमगीर आलम ने कहा
संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने सदन में कहा कि भाजपा के विधायक प्रतियोगी परीक्षा विधेयक (Competitive Examination Bill) को काला कानून कह रहे हैं, लेकिन वे सदन को बताना चाहते हैं कि दिल्ली और गुजरात में ऐसा कानून लागू है।
गुजरात में भाजपा का शासन है। भाजपा की ये कैसी दोहरी नीति है। वहां के लिए यह कानून सही और यहां के लिए गलत।
भाजपा विधायक ने सदन में मांगी माफी
संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) ने सदन में कहा कि कल इरफान अंसारी और मैंने सदन में विपक्ष की मांग पर माफी मांगा, उन्होंने स्पीकर से मांग की कि भाजपा विधायक शशिभूषण मेहता भी कल के अपने आचरण के लिए माफी मांगें।
इस पर शशिभूषण मेहता ने कहा कि इरफान अंसारी अभी से सदन में जब तक रहें, तब तक वे सदन में अनर्गल बातें न करें। उनपर लगाम लगना चाहिए।
स्पीकर (Speaker) ने कहा कि विधायकों को साधारण आदमी की तरह बर्ताव नहीं करना चाहिए। इसके बाद मेहता ने अपने कल के आचरण के लिए सदन में माफी मांगी।