रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन सोमवार को जमशेदपुर पूर्वी से विधायक सरयू राय (MLA Saryu Rai) ने पश्चिम बंगाल में कैश (Cash) बरामदगी मामले से जुड़े झारखंड के तीन विधायकों की गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) से सवाल किया।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से उनके विधायक प्रतिनिधि ED की गिरफ्त में हैं और उनके प्रेस सलाहकार से पूछताछ के लिए समन किया गया है। ऐसे में CM को चुप न रहकर बोलना चाहिए।
कैश के स्रोत का पता लगाया जाना उतना ही जरूरी, जितना कैश का पकड़ा जाना
उन्होंने झारखंड की मौजूदा राजनीति (Politics) को लेकर संस्कृत के एक श्लोक मौनं स्वीकृति: लक्षणम् को उदृत किया और कहा कि चुप्पी तोड़िये साहब, राज्य की छवि पहले ही खराब है।
संसदीय राजनीति के लिहाज से झारखंड में यह विचित्र प्रकृति बन रही है, जो पूरे सिस्टम को खोखला कर रही है।
उन्होंने कहा कि मैंने विधानसभा (Assembly) में कार्य स्थगन प्रस्ताव लाना चाहा, लेकिन स्पीकर ने उसे पढ़ने की इजाजत नहीं दी। पूरा मामला गंभीर है, कैश के स्रोत का पता लगाया जाना उतना ही जरूरी है, जितना कैश (Cash) का पकड़ा जाना।
सरयू राय ने कहा कि पूरे घटनाक्रम को देख ऐसा लगता है, जो लोग इसमें शामिल हैं, उन्हीं ने इसे उजागर करवाने का भी काम किया है।
उन्होंने इसे राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग (Cross Voting) करने से जोड़ा और साथ ही कहा कि कैश मामले में अब चूंकि FIR दर्ज हो गयी है, तो उस लिहाज से अच्छे मकसद के लिए केंद्रीय एजेंसियां ED और CBI को भी हस्तक्षेप करना चाहिए।