रांची: आतंक का पर्याय बने अमन श्रीवास्तव गैंग (Aman Srivastava Gang) के खिलाफ एटीएस (ATS) ने कार्रवाई तेज कर दी है।
इसी साल इस गैंग के खिलाफ एटीएस (ATS) थाने में केस दर्ज होने के बाद अब एटीएस ने रांची के सिविल कोर्ट में चार्जशीट दायर की है।
इसमें गैंग के बारह गुर्गों के खिलाफ चार्जशीट की गई है। एटीएस ने दाखिल चार्जशीट में बताया है कि अमन श्रीवास्तव गैंग के अपराधी रंगदारी व लेवी से पैसे जुटाते थे।
उन्हीं पैसों से हथियार खरीद गोली-बारी व आगजनी की जाती थी। व्यवसायियों-ठेकेदारों (Businessmen-Contractors) में खौफ कायम करते थे। बताया जाता है कि अमन श्रीवास्तव खुद से कभी भी किसी कांड को अंजाम नहीं देता, बल्कि वह अपने गुर्गों के सभी वारदातों को अंजाम दिलवाता है।
हवाला का पैसा मंगवाता था
रंगदारी के रूप में मिलने वाली राशि भी वह स्वयं नहीं लेता था। हवाला के माध्यम से अपने रिश्तेदारों तक लेवी की राशि (Amount Of Levy) मंगवाता था।
पूर्व में टाटा माइंस, एलएंडटी में फायरिंग आदि की घटनाओं में इस गिरोह की संलिप्तता सामने आ चुकी है। ATS को अनुसंधान के दौरान इस गिरोह के फंडिंग, आर्थिक स्रोत व हवाला चैनल का भी पता चला है। श्रीवास्तव गिरोह के खिलाफ अनुसंधान अभी जारी है।
इनके खिलाफ चार्जशीट
अभिक श्रीवास्तव (अमन श्रीवास्तव का भाई, कुंबा, हंटरगंज, चतरा), चंद्रप्रकाश रानू (एकमे इनकोर अपार्टमेंट, बंगलुरु), विनोद कुमार पांडेय (सिलदाहा, जोरी, चतरा), जहीर अंसारी (मुस्लिम मुहल्ला, खलारी), असलम अंसारी (जाहीलटांड़, खलारी), फिरोज खान (खलारी, रांची। यह आंध्रप्रदेश के काकीनाड़ा से गिरफ्तार किया गया था।), सिद्वार्थ साहू (अंबिका अपार्टमेंट, लालपुर, रांची), सुनील कुमार शर्मा (हेमासार, राजस्थान। हवाला कारोबारी), आनंद पारीख (कालूबास, बीकानेर, राजस्थान। हवाला कारोबारी), अनिल शर्मा (मुंदड़, राजस्थान। हवाला कारोबारी), अनिल कुमार शर्मा (बीकानेर, राजस्थान। हवाला कारोबारी) और संदीप प्रसाद (अरवल बिहार। वर्तमान में चटकपुर, रातू, रांची)।
बता दें कि अमन श्रीवास्तव गैंग ( Aman Srivastava Gang)झारखंड ही नहीं बल्कि बिहार, यूपी (Bihar, UP) समेत आसपास के कई राज्यों में वारदातों को अंजाम दे चुका है। यह गैंग आए दिन वारदातें कर चुका है।