जमशेदपुर: आदिवासी स्वशासन व्यवस्था माझी परगना महाल (Majhi Pargana Mahal) का मंगलवार को 24 घंट का झारखंड बंद (Jharkhand Bandh) का घाटशिला अनुमंडल में असरदार रहा।
मिल रही जानकारी के अनुसार, गांव से लेकर शहर तक माझी परगना महाल एवं ओलचिकी हूल बैसी समाज (Majhi Pargana Mahal and Olchiki Hul Baisi Samaj) के हजारों लोगों ने सड़क से लेकर रेल ट्रैक तक जाम कर दिया।
धालभूमगढ़ थाना क्षेत्र के सोनाखून में NH18 एवं चिरूगोड़ा में लोगों ने ट्रेन परिचालन (Train Operation) को ठप कर दिया।
कई ट्रेनों का परिचालन बाधित
बताया जा रहा है कि रेल चक्का जाम स्थल पर लोग मांदर और धमसा की थाप पर डांस करते हुए जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। रेल चक्का जाम के कारण टाटा-खड़गपुर मार्ग पर चलने वाली कई एक्सप्रेस गाड़ियां जहां-तहां रुकी हैं।
इस दौरान हावड़ा-बड़बिल जनशताब्दी एक्सप्रेस, हावड़ा-टिटलागढ़ इस्पात एक्सप्रेस (Howrah-Barbil Janshatabdi Express, Howrah-Titlagarh Ispat Express) समेत कई गाड़ियां विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी हैं।
इस्पात एक्सप्रस (Ispat Express) चाकुलिया स्टेशन पर खड़ी है। लोगों ने रैली निकालकर घाटशिला समेत अन्य स्थानों पर बाजार, स्कूल, दुकान, पेट्रोल पंप आदि सभी को बंद कराते दिखे।
सुरक्षा को लेकर फोर्स तैनात
जाम की स्थिति को देखते हुए घाटशिला अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवं रेलवे पुलिस (Police Officer and Railway Police) कई स्थानों पर सुरक्षा के मद्देनजर तैनात हैं, पर बंद समर्थकों को रोकने में सफल नहीं हो सके हैं। जाम के कारण लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग परेशान हैं।
सरकार क्या हैं मांगें
1. संताली भाषा के लिए KG से PG तक ओलचिकि लिपि (Olchiki Script) का ही व्यवहार हो।
2. संताली भाषा को राज्य का प्रथम राज भाषा बनाया जाए।
3. संताली शिक्षकों की बहाली हो।
4. भाषा संस्कृति को संरक्षण के लिए झारखंड में संताली अकादमी (Santali Academy) का गठन हो।