रांची : आज (10 अप्रैल) झारखंड बंद है। 60ः40 नियोजन नीति (Employment Policy) के खिलाफ छात्र संगठनों ने राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है।
झारखंड बंद (Jharkhand Bandh) को देखते हुए रांची के सभी स्कूलों को आज के लिए बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। वहीं जगह-जगह पर पुलिस बलों (Police Forces) की तैनाती की गई है।
छात्र संगठनों ने निकाला मशाल जुलूस
रविवार को मशाल जुलूस राँची विश्वविद्यालय (Ranchi University) से अल्बर्ट एक्का चौक (Albert Ekka Chowk) तक छात्र संगठनों द्वारा निकाला गया था।
झारखंड यूथ एसोसिएशन (Jharkhand Youth Association) द्वारा मशाल जुलूस निकालने के बाद संगठन के पदाधिकारी इमाम शफी ने जुलूस के बाद पत्रकारों से बातचीत में मशाल जुलूस को लेकर विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि स्वर्गीय जगरनाथ महतो (Late Jagarnath Mahato) के सपने को पूरा करना है। खतियान आधारित नियोजन नीति (Khatian Based Planning Policy) लाने के लिए ही संगठन द्वारा झारखण्ड बंद का एलान किया गया है।
जगरनाथ महतो के अधुरे सपने को करना है पूरा
स्वर्गीय जगरनाथ का सबसे बड़ा सपना 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करना था लेकिन इसे पूरा किया गया है औऱ हम तमाम झारखण्डी व जगरनाथ के चाहने वालों का अब ये कर्तव्य बनता है कि उनके अधुरे सपने को साकार करने के लिए Jharkhand Youth Association द्वारा बुलाए गए बंद का समर्थन करें और इसमें अपनी सहभागिता निश्चित करें।
जिला प्रशासन (District Administration) से परमिशन के बारे में पूछे जाने पर शफी ने कहा कि हमने प्रशासन को सूचना दे दी थी। बंदी कार्यक्रम हर हाल में रखा जाएगा, इसे टाला नहीं जाएगा।
इन संगठनों का मिला है समर्थन
बता दें कि सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक बंद का आह्वान किया गया है। बंद बुलाने वाले संगठनों में Jharkhand Youth Association के साथ साथ झारखंड उलगुलान मार्च, पंचपरगना फाइटर, आदिवासी छात्र संघ, आमया और आदिवासी मूलवासी संगठनों का नाम भी शामिल है।
रविवार को मशाल जुलूस निकालने के बाद Jharkhand Youth Association के इमाम शफी ने सूबे की हेमंत सरकार पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में लूट जारी है।
60ः40 वाली नियोजन नीति के आधार पर सरकार बहाली निकाल रही है ताकि झारखंड के बाहर के ज्यादा लोगों को झारखंड में नौकरी मिल सके।