चाईबासा: झारखंड में गांववालों ने एक हेडमास्टर को अजीबो-गरीब सजा दी। यहां जूते-चप्पल की माला पहनाकर पूरे गांव में पैदल घुमाया।
मामला मनोहरपुर थाना पश्चिमी सिंहभूम जिले के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बचमगुटु का है। यहां के हेडमास्टर को ग्रामीणों ने जूते-चप्पल की माला पहनाकर पूरे गांव में घुमाया है।
ग्रामीणों ने हेडमास्टर पर संगीन आरोप लगाए हैं। कहा कि बार-बार समझाने के बाद भी नहीं माने तो उन्हें सामाजिक दंड लेने का फैसला लिया गया।
हेडमास्टर पारा शिक्षिका पर गंदी नजर रखते थे एवं प्रताडित कर रहे थे। हालांकि, हेडमास्टर ने आरोप को गलत बताया है।
बताया गया कि प्राचार्य रमेश चंद्र महतो अक्सर स्कूल में देर रात को लड़कियों को लेकर आते थे।
पूछताछ करने पर वे रिश्तेदार होने की बात कहा करते थे। आपत्ति जताने पर स्कूल के काम का हवाला दिया करते थे। ऐसा कई बार हो चुका है।
मेरे ऊपर लगाए गए आरोप गलत
इस मामले में सुरेश चंद्र दास अध्यक्ष, उमवि बच्चोमगुटु ने कहा है कि मेरे ऊपर जो भी आरोप लगाए गए हैं वो सभी गलत हैं।
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शिक्षका की नियुक्ति प्राइमरी स्कूल में हुयी थी। डीपीई पास की है। टेट पास की है। वेतन बीए ट्रेंड का मिल रहा था। विभागीय कार्रवाई हुई है। इस कारण नाराजगी है।
मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे
ग्रामीणों ने कहा कि पारा शिक्षिका की नियुक्ति को अवैध बताकर हेडमास्टर रमेश चन्द्र महतो लगातर मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे।
जब पारा शिक्षिका ने गंदी नजर रखने की बात कही तो मंगलवार को गुस्सा फूटा पड़ा।
ग्रामीणों ने विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक रमेश चन्द्र महतो को जूते -चप्पल की माला पहना पूरे गांव में घुमाया।
प्रधान शिक्षक रमेश चन्द्र महतो को जूते- चप्पलों का माला पहनाकर नारेबाजी करते हुए पूरे गांव में घुमाया। वहीं आरोपी शिक्षक ने अपने ऊपर लगे आरोप को निराधार बताया है।
प्रधान शिक्षक ने पारा शिक्षिका से 50 हजार रुपये की मांग भी की थी
नियुक्ति पर सवाल खड़ा करके अवैध नियुक्ति की देते हैं धमकी
पारा शिक्षिका का कहना है कि प्रधान शिक्षक रमेश चन्द्र महतो उसकी नियुक्ति पर सवाल खड़ा करके अवैध नियुक्ति की धमकी देते हैं।
जबकि 2003 में उसकी नियुक्त बतौर पारा शिक्षक हुयी थी। रमेश चन्द्र महतो का 2005 में उत्क्रमित मध्य विद्यालय में पदस्थापन हुआ।
2020 में जब वे विद्यालय के प्रधान शिक्षक बने उसके बाद से तरह- तरह से शिक्षिका को प्रताड़ित करते रहते हैं।
इसे लेकर कई बार कहासुनी भी हुई। प्रधान शिक्षक उनपर गलत नीयत भी रखते हैं। बार बार धमकी देते हैं।
शिक्षिका का नियुक्ति प्रमाण पत्र भी प्रधान शिक्षक अपने पास ही रखे हुए हैं। प्रधान शिक्षक ने पारा शिक्षिका से 50 हजार रुपये की मांग भी की थी।
वे मानसिक रूप से प्रताड़ना करते एवं शारीरिक प्रताड़ना की धमकी भी दिया करते। मंगलवार को शिक्षिका ने विरोध किया तो हाथापाई की।