रांची: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जा रहे झारखंड कांग्रेस के नेताओं को उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन ने बॉर्डर पर ही रोक दिया। इसके बाद झारखंड कांग्रेस के दर्जनों नेता सहित सैकड़ों कार्यकर्ता बॉर्डर पर ही धरने पर बैठ गए।
रोके गए नेताओं में झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक ममता देवी, नमन विक्सल कौनगाड़ी, बंधु तिर्की सहित अन्य शामिल हैं।
यह सभी नेता बुधवार की शाम उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुए थे। सभी नेता सैकड़ों गाड़ियों के काफिलों के साथ लखीमपुर खीरी में भड़की हिंसा के मामले में वहां किसानों के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद करने निकले थे लेकिन उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर विंढमगंज (सोनभद्र) के पास उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें रोक लिया और आगे नहीं जाने दिया।
इस पर झारखंड कांग्रेस के नेता वहां धरने पर बैठ गये। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पिछले 50 घंटे से अधिक समय से उत्तर प्रदेश योगी सरकार ने गिरफ्तार कर रोके रखा।
जब योगी सरकार को यह पता चला कि पूरे देश एवं झारखंड से कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता हजारों की संख्या में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के लिए कूच कर चुके हैं तो उसके दबाव में आकर उन्हें छोड़ने का फैसला किया।
कृषि मंत्री ने कहा कि भाजपा किसानों को जितना भी कुचलना चाहेगी, किसानों का आंदोलन और मजबूत होकर उभरेगा। उनके आंदोलन को कांग्रेस हमेशा समर्थन देते आई है और आगे भी देती रहेगी।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, कुमार राजा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।