रांची: कोरोना वायरस अब रांची के दर्जन भर स्कूलों को अपनी चपेट में ले चुका है। बड़ी संख्या टीचर्स, स्टाफ्स के साथ ही स्टूडेंट्स भी कोरोना पाॅजिटिव पाए गए हैं।
स्कूलों को सील करते हुए अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसके बावजूद स्कूल मैनेजमेंट के साथ ही पेरेंट्स की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
स्कूल मैनेजमेंट एक ओर जहां बच्चों के एग्जाम को लेकर परेशान है तो पेरेंट्स अपने बच्चों के करियर के साथ ही उनकी सेहत को लेकर भी परेशान हैं।
बिशप वेस्टकाॅट में 16 पाॅजिटिव केस
स्कूलों में कोरोना संक्रमण का ताजा मामला बिशप वेस्टकॉट स्कूल नामकुम का है, जहां एक साथ 16 शिक्षक और स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
वहीं, नामकुम के ही केंद्रीय विद्यालय में भी 10 लोग संक्रमित मिले। इधर, हाल ही में बुंडू के एक स्कूल में 24 लोग पॉजिटिव पाए गए थे।
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, डीपीएस, जेवीएम श्यामली, सेंट थॉमस, लॉरेटो कॉन्वेंट आदि स्कूलों में भी कोरोना के कुछ मामले सामने आए हैं। निजी और सरकारी सभी तरह के स्कूलों में पॉजिटिव केस मिलने लगे हैं।
कांटैक्ट ट्रेसिंग भी नहीं हो पा रही
स्कूलों में बढ़नेवाले केस को लेकर कांटैक्ट ट्रेसिंग भी नहीं हो पा रही है।
इससे पॉजिटिव मामलों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। स्कूलों में लगातार बढ़ रहे मामले से बच्चों, अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन की चिंताएं बढ़ गई हैं।
खासकर वैसे अभिभावक ज्यादा चिंतित हैं, जिनके बच्चे बोर्ड की परीक्षा में शामिल होने वाले हैं। उनके सामने कठिन परिस्थिति उत्पन्न हो गई है।
बच्चों की सुरक्षा के साथ करियर भी दांव पर
स्कूलों की चिंता है कि स्कूल के अंदर तो सरकार की गाइडलाइन का अक्षरशरू पालन किया जा रहा है, लेकिन बच्चे, अभिभावक और शिक्षक बाहर से आ रहे हैं।
लक्षण तत्काल पता नहीं चल पाने से मुश्किल हो रही है। अभिभावकों की चिंता है कि बच्चों की सुरक्षा के साथ उनका करियर भी दांव पर है।
अभिभावकों का कहना है कि सामने बोर्ड की परीक्षाएं हैं। प्रैक्टिकल परीक्षा चल भी रही है।
ऐसे में बच्चों को स्कूल कैसे नहीं भेजें। इधर, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राजधानी के कई स्कूलों ने कक्षाएं ऑनलाइन कर दी हैं। डीपीएस में ऑफलाइन कक्षाएं पूरी तरह से बंद कर दी गयी हैं।