रांची: झारखंड में अपराधियों के हौसले इस कदर बढ़े हुए हैं कि आए दिन वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
हैरानी की बात है कि समाजकंटक लोग अब Police अधिकारियों को भी अपना निशाना बनाने लगे हैं।
बावजूद इसके लिए Police ऐसे लोगों को पकड़ने में सफल नहीं हो पा रही है। इस बार सामने आए मामले में Cyber अपराधियों ने DGP नीरज सिन्हा, दो SP को अपना निशाना बनाया है। बता दें कि इससे पहले अपराधी न्यायिक अधिकारियों को अपना निशाना बना चुके हैं।
गुड मॉर्निंग लिखकर भेजा संदेश
जानकारी के अनुसार Ranchi में सामने आए मामले में साइबर अपराधियों ने DGP की डीपी लगाकर जगुआर SP अजीत पीटर डुंगडुंग और साहिबगंज एसपी को ठगने का प्रयास किया गया है।
इस संबंध में धुर्वा थाने में केस दर्ज किया गया है। FIR में कहा गया है कि एक नंबर से 26 जुलाई को जगुआर SP अजीत पीटर डुंगडुंग के Mobile पर मैसेज आया, जिसमें लिखा था- गुड मार्निंग।
साहिबगंज SP को भी उसी नंबर से मैसेज आया। दोनों अधिकारियों को इस मैसेज पर शक हुआ और छानबीन कराई। इसमें पता चला कि वह डीजीपी का नंबर नहीं है, जबकि DP में उन्हीं की Photo थी।
शक होते ही जांच कराने की सलाह
रांची के Cyber Expert सौरव कुमार ने कहा कि अनजान नंबर से जब कोई Message आए और डीपी में किसी अधिकारी का प्रोफाइल Photo लगा हो तो पहले उसकी जांच करें।
इसका सीधा तरीका है कि उसे कॉल कर बात करें। अगर वह बात नहीं करता और सिर्फ मैसेज करता है, तो समझ लें कि कोई साइबर अपराधी है।
क्योंकि Cyber अपराधी इन दिनों नया नंबर लेकर ठगी के लिए अधिकारी के नाम से सेव करते हैं, ताकि Truecaller पर उक्त अधिकारी का नाम दिखे।
न्यायिक अधिकारी के नाम पर 1.5 लाख ठगे
19 जुलाई को एक न्यायिक अधिकारी की तस्वीर व नाम का उपयोग कर हाईकोर्ट के Central Project Coordinator राजीव कुमार सिन्हा से 1.5 लाख की ठगी हुई थी।
वे इसलिए ठगी के शिकार हो गए थे, क्योंकि जिस नंबर से उन्हें मैसेज आया था, उस पर न्यायिक अधिकारी की DP लगी थी।
जो Truecaller में नंबर भी उनके नाम से सेव दिख रहा था। हालांकि, डोरंडा Police ने ठगी के आरोपी को गिरफ्तार करते हुए ठगी गई रकम भी बरामद कर ली। बता दें कि बिहार के भी अधिकारियों को इसी तरह ठगने की कोशिश हो चुकी है।