धनबाद: बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (बीबीएमकेयू) के लिए गुरुवार का दिन बेहद खास रहा।
बीबीएमकेयू का पहला दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ। सिंफर सभागार में सुबह 11 बजे समारोह का शुभारंभ हुआ।
मुख्य अतिथि के तौर राज्यपाल रमेश बैस और विशिष्ट अतिथि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऑनलाइन कार्यक्रम में भाग लिया।
इस दाैरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन का ऑनलाउन उद्घाटन भी किया।
मनसा, वाचा, कर्मणा से आजीवन इस उपाधि की मर्यादा का पालन करुंगा। इस शपथ के साथ ही बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के पहले दीक्षान्त समारोह का समापन हो गया।
शपथ के के दौरान छात्र-छात्राओं के चेहरे पर खुशी के भाव साफ झलक रहे थे। डिग्री प्राप्त करने के बाद बीबीएमकेयू के इतिहास में दर्ज होने की खुशी भी दिखी।
इनकी बातों में भी यह साफ झलक रहा था। छात्रों ने कहा कि यह पल उनके लिए गर्व भरा है।
हालांकि थोड़ी मायूसी कोरोना संक्रमण को लेकर जरूर देखी गई। यह राज्य के किसी भी विश्वविद्यालय के लिए पहली बार है कि एक बार मे 60,307 डिग्रियां बांटी गई है।
हालांकि सभागार में केवल 51 में से 47 गोल्ड मेडलिस्ट को डिग्री दी गई, जबकि शेष को उनके कॉलेजों से की इसका वितरण किया गया।
दीक्षांत समारोह में खादी बंडी के साथ गाउन और गांधी टोपी आकर्षण का केंद्र बना रहा।
इस अवसर पर कुलगीत लिखने वाले शिक्षक डॉ डीके चौबे और विश्वविद्यालय का लोगो डिजाइन करने वाले शिक्षक डॉ शिव प्रसाद को 25-25 हजार नगद देकर पुरस्कृत किया गया। समारोह का ऑनलाइन तरीके से लाइव किया गया।
दीक्षांत समारोह में खादी बंदी के साथ गांव और गांधी टोपी का विशेष आकर्षण का केंद्र बना रहा।
इस अवसर पर कूलगीत लिखने वाले शिक्षक डॉ डीके चौबे और विश्वविद्यालय के लोगों को डिजाइन करने वाले शिक्षक डॉ शिव प्रसाद को 25 25 हजार नगद देकर पुरस्कृत किया गया समारोह का ऑनलाइन तरीके से लाइव किया गया ज्ञात हो कि बीबीएमकेयू की स्थापना वर्ष 2017 में की गई थी।
कोविड संक्रमण के चलते दीक्षांत समारोह टलता गया।