रांची: झारखंड के शिक्षा मंत्री (Education Minister of Jharkhand) जगरनाथ महतो (Minister Jagarnath Mahato) को जान से मारने की धमकी मिली है।
यह धमकी उन्हें एक चिट्ठी से दी गयी है। यह लेटर मंत्री के बोकारो के चंद्रपुरा के आवासीय कार्यालय में स्पीड पोस्ट (Speed Post) से भेजा गया है।
इस मामले में बोकारो SP चंदन झा ने बताया है कि यह लेटर हजारीबाग से किसी ने लिखा है।
हालांकि इस मामले मे और अधिक जानकारी जुटाने में पुलिस लग गई है और इस धमकी भरे लेटर की जांच शुरू कर दी गयी है।
पत्र में क्या कहा गया?
जानकारी के अनुसार पत्र में कहा गया है कि हमलोग UP, बिहार और MP के रहने वाले हैं और राज्य के विभिन्न जिलों में शिक्षक के पद तैनात हैं।
हमारा मानदेय दोगुना किया जाए
ऐसे में हमारा मानदेय दोगुना किया जाए और 1932 के खतियान को बंद किया जाए। हमलोग आदिवासी-मूलवासी को पसंद नहीं करते।
शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन भी हमें पसंद नहीं हैं। पत्र में लिखा गया है कि शिक्षा मंत्री जात- पात छोड़ो। जगरनाथ महतो को जान से मार डालो।
झारखंड में अब 78 हजार रसोइया और संयोजिका की सेवा अवधि 60 साल तक होगी
यहां बात दें कि झारखंड में अब 78 हजार रसोइया और संयोजिका (cook and coordinator) की सेवा अवधि 60 साल तक होगी। वही उन्हें अब 10 महीने नहीं 12 महीने का मानदेय मिलेगा।
बुधवार को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के आवास में रसोइया संघ के साथ हुई वार्ता के बाद मंत्री ने यह निर्णय लिया है। JMM विधायक सुदिव्य कुमार सोनू की मौजूदगी में शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने इस पर सहमति दी और रसोईया के लिए भी नियमावली बनाने की बात कही।
साल में दो बार ड्रेस भी मिलेगा
रसोइया संघ लगातार 60 साल तक की सेवा और 12 महीने का मानदेय देने की मांग कर रहा था। सरकार रसोइयों को 10 महीने का ही मानदेय दे दी थी, लेकिन अब साल के हर महीने का 2000 रुपये मानदेय उन्हें मिल सकेगा।
शिक्षा मंत्री ने माना कि यह मानदेय बहुत कम है। वे इस पर सरकार के स्तर पर विचार कर निर्णय लेंगे। जल्द ही राज्य सरकार इस पर एक नियमावली बनाएगी।
60 वर्ष के सेवा होने के बाद रसोइया और संयोजिका को यूनिवर्सल पेंशन स्कीम का भी लाभ मिल सकेगा। इसके साथ साथ रसोइया व संयोजिका को एप्रन के अलावा साल में दो बार ड्रेस भी मिलेगा।