दुमका: झारखंड हाई कोर्ट (Jharkhand High Court) के जस्टिस प्रदीप श्रीवास्तव (Justice Pradeep Srivastava) शनिवार को व्यवहार न्यायालय (Civil Court) का निरीक्षण करने पहुंचे।
उन्होंने प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार (Anil Kumar) के कार्यालय कक्ष में फाइलें खंगाली और पेंडिंग केस को जल्द से जल्द निष्पादन करने पर जोर दिया।
इसके बाद जस्टिस ने DC रविशंकर शुक्ला, एसपी अंबर लकड़ा, समाज कल्याण विभाग समेत विभिन्न अधिकारियों संग बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
न्यायालय परिसर के बगीचा में शिवलंगी के पौधरोपण किया
इस अवसर पर मोटर मुआवजा अधिनियम (Motor Compensation Act) के तहत लाभुकों को मिलने वाली मुआवजा राशि, केंद्रीय कारा में सजायाफ्ता कैदी (Convicted Prisoner) के परिजनों को मिलने वाली सरकार से सहायता राशि आदि का लाभुकों को राशि का चेक प्रदान किया गया।
इसके बाद वर्ष 2010 में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश (Principal District & Sessions Judge) के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान विश्व पर्यावरण दिवस पर लगाए गए औषधीय पौधों में पानी डाला और न्यायालय परिसर के बगीचा में शिवलंगी के पौधरोपण किया।
अधिवक्ता संघ को संभव मदद का आश्वासन दिया
उन्होंने न्यायालय परिसर (Court Complex) का निरीक्षण करते हुए अधिवक्ताओं के बैठने के शेड का निरीक्षण किया और अधिवक्ता संघ कार्यालय पहुंचे।
यहां संघ अध्यक्ष विजय कुमार सिंह, सचिव राकेश कुमार, उपाध्यक्ष कमल किशोर झा के नेतृत्व में अधिवक्ताओं (Advocates) ने जस्टिस का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।
उन्होंने अधिवक्ताओं से न्यायिक कार्यों में सहयोग की अपील करते हुए उनके कर्त्तव्यों एवं दायित्वों को याद दिलाया। साथ ही अधिवक्ता संघ को संभव मदद का आश्वासन दिया।
बिछुड़े दंपति को मिलाया, जस्टिस ने दी शुभकामनाएं
शादी के 30 साल बाद आपसी मतभेद (Mutual Differences) के कारण डेढ़ साल से अलग रह रहे दंपति को मध्यस्थता के माध्यम से पुनः मिलवाया गया।
दंपति ने जस्टिस प्रदीप कुमार श्रीवास्तव (Justice Pradeep Kumar Srivastava) के समक्ष एक दूसरे को माला पहनाया। जस्टिस श्रीवास्तव ने दंपति को शुभकामनाएं देकर विदा किया।