जमशेदपुर : Jharkhand के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों (Various Colleges and Universities) में पढ़ाने वाले घंटी आधारित शिक्षकों की वेतन वृद्धि को कुछ दिन पहले ही राज्य कैबिनेट (State Cabinet) ने स्वीकृति दी थी।
अब उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग (Department of Higher and Technical Education) की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। विभागीय संकल्प के बाद कैबिनेट का उक्त निर्णय लागू हो चुका है।
अब घंटी आधारित शिक्षक को आवश्यकता आधारित सहायक प्राध्यापक के नाम से जाना जाएगा। इनकी सेवा JPSC से नियमित नियुक्ति व बैकलॉग नियुक्ति होने तक या 65 वर्ष की उम्र तक ली जाएगी।
अब अधिकतम मिलेगी ₹57700 की सैलरी
गौरतलब है कि पहले इन शिक्षकों (Teachers) को प्रति घंटी ₹600 अथवा अधिकतम ₹36000 प्रति माह की सैलरी (Salary) मिलती थी। अब यह राशि अधिकतम ₹57700 कर दी गई है।
इसके साथ ही यह भी तय किया गया है कि इन शिक्षकों को पीजी की कक्षाएं लेने के लिए भी मानदेय का भुगतान होगा।
गर्मी की छुट्टियों में भी गैर शैक्षणिक कार्य, जैसे नैक, IQAC, ट्यूटोरियल क्लास व इंटरनल एग्जाम (Tutorial Class and Internal Exam) लेने पर मानदेय का भुगतान होगा।
CM के प्रति जताया आभार
हेमंत सरकार के इस निर्णय को लेकर घंटी आधारित शिक्षकों ने खुशी का इजहार किया है। झारखंड राज्य विश्वविद्यालय संविदा शिक्षक संघ (Jharkhand State University Contractual Teachers Association) के प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार पाण्डेय और प्रदेश संरक्षक डॉ. कमलेश कुमार कमलेंदू ने इसके लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रति आभार जताया।
कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren), मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव बंदना डाडेल और उच्च शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव राहुल पुरवार की पहल से अब शिक्षकों की मांग पूरी हो गई है।