चाईबासा/चक्रधरपुर: अपने मृतक भाई के लिए इंसाफ की गुहार लगाने चाईबासा सदर थाना (Chaibasa Sadar Police Station) पहुंचे भाई-बहन ने थाना प्रभारी पर मारपीट (Beating) करने का आरोप लगाया है।
मृतक कमलदेव गिरि (Kamaldev Giri) की छोटी बहन पूजा गिरि और बड़े भाई उमा शंकर गिरि ने आरोप लगाया है कि चाईबासा सदर थाना प्रभारी निरंजन तिवारी ने उनकी पिटाई की है।
इससे गुस्सायी पूजा गिरि ने पुराने डीसी कार्यालय के बाहर अपने शरीर पर केरोसिन डालकर आत्मदाह (Self Immolation) करने की कोशिश की। हालांकि, वहां मौजूद लोगों ने उसे ऐसा करने से रोक लिया।
हमारा कसूर क्या है : पूजा
पूजा गिरि ने कहा कि अगर कमलदेव गिरि जिंदा होते, तो ऐसी नौबत ही नहीं आती। पूजा ने कहा, “सदर थाना प्रभारी निरंजन तिवारी ने मुझपर हाथ उठाया है।
मेरे सिर के बाल नोचे गये हैं। मेरे बड़े भाई उमाशंकर गिरि को पीटा गया है। हमारा कसूर क्या है? हम अपने भाई को न्याय दिलाने के लिए चाईबासा आये हैं, लेकिन पुलिस हमें पीट रही है।
हमारे साथ दुर्व्यवहार कर रही है। मैं अब जीवित नहीं रहना चाहती।” पूजा गिरि ने कहा, “पुलिस कप्तान अपना बयान पलट रहे हैं। एसपी आशुतोष शेखर हमसे कहते हैं कि सतीश प्रधान दोषी नहीं है।
हमने कहा कि आप मीडिया के सामने यह बात कह दें, तो वह कहते हैं कि वह मीडिया में यह बात नहीं रख सकते। पुलिस अपने बयान से पलट गयी है। हम कहां जायें, हमें कौन न्याय देगा?”
इधर, अपनी पिटाई के विरोध में पूजा गिरि, उमाशंकर गिरि चक्रधरपुर से बड़ी संख्या में आये लोगों के साथ पुराना डीसी कार्यालय से पैदल डीसी अनन्य मित्तल के आवास पहुंचे और वहीं बैठ गये।
DC Ananya Mittal ने मृतक कमलदेव गिरि की बहन पूजा गिरि, भाई उमाशंकर गिरि को समाहरणालय स्थित अपने कार्यालय में आने को कहा। वहां उन्होंने पूरे मामले की जानकारी ली।
उन्होंने पकड़े गये आरोपियों की जल्द से जल्द नार्को टेस्ट कराने का आश्वासन भी दिया। DC ने कहा कि अगर थाना प्रभारी निरंजन तिवारी ने पिटाई की है, तो इस मामले की जांच कराकर उनपर कार्रवाई होगी। DC के इस आश्वासन के बद सभी वहां से चक्रधरपुर लौट गये।