खूंटी: सावन की अंतिम सोमवारी पर आम्रेश्वर धाम (Amreshwar Dham) में शिवभक्तों की भारी भीड़ उमड़ पडी।
जलाभिषेक के लिए आम्रेश्वर धाम में रात्रि से ही महिला और पुरुष शिवभक्त अलग-अलग लंबी लाइन (long line) में लगकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।
जैसे ही सुबह बाबा मंदिर के पट खुले, पूरा वातावरण हर-हर महादेव, बोल बम के जयघोष से गुंजयामान हो उठा।
शिवभक्तों ने क्रमवार मुख्य मंदिर में जलाभिषेक कर देवी-देवताओं (Gods and Goddesses) के अन्य मंदिरों में षूजा-अर्चना कर मनोकामना पूर्ण होने की कामना की।
आम्रेश्वर धाम प्रबंधन समिति के मुताबिक सोमवार को डेड़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने आम्रेश्वर धाम में भोलनाथ का जलाभिषेक किया।
700 श्रद्धालुओं ने शीघ्र दर्शन की व्यवस्था का लाभ उठाया
आम्रेश्वर धाम में प्राचीन स्वयंभू शिवलिंग में जलाभिषेक और पूजा-अर्चना के लिए ना केवल खूंटी, बल्कि रांची, सिंहभूम लोहरदगा, सिमडेगा, गुमला सहित अन्य जिलों के आलावा आडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश पश्चिम बंगाल से आये श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं में महिलाओं की संख्या अधिक थी।
जलाभिषेक के लिए मुख्य पथ सहित संपर्क मार्गों से होकर हजारों श्रद्धालुओं का जत्था़ पैदल और वाहनों पर सवार होकर बनई नदी के तट पर पहुंचा।
यहां से नदी का पवित्र जल लेकर कांवरिये लगभग चार किलो मीटर पैदल चलकर आम्रेश्वर धाम परिसर पहुंचे और जलाभिषेक किया।
विद्युत विभाग (Electrical department) द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बनई नदी से लेकर धाम परिसर और इसके आसपास के क्षेत्रों में निर्बाध बिजली आपूर्ति और पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था में शिवभक्तों का बोल बम के नारों के साथ धाम परिसर में मध्य रात्रि में ही आगमन शुरू हो गया था।
जलाभिषेक के लिए शिव भक्तों के आने का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। सोमवारी की पूर्व रात्री आम्रेश्वर घाम में Bhole Shankar का वैदिक पूजन पद्धति के तहत 16 विधियों से श्रृंगार पूजन एवं आरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आम्रेश्वर घाम आने वाले 700 श्रद्धालुओं ने शीघ्र दर्शन की व्यवस्था का लाभ उठाया।
भोले शंकर का शीघ्र दर्शन के अभिलाषी प्रत्येक श्रद्धालु से आम्रेश्वर धाम प्रबंध समिति द्वारा 250 रुपये सहयोग राशि ली जाती है।
खोया-पाया केंद्र भी स्थापित
श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और पुलिस बल सक्रिय रहे।
शिवभक्त शांतिपूर्ण ढंग से जलाभिषेक करें, इसको लेकर प्रबंधन समिति के पदाधिकारी और कार्यकर्ता सक्रिय रहे।
एस एस$2 हाई स्कूल के एनसीसी छात्र भी मेले में शांति व्यवस्था बहाल रखने में सक्रिय नजर आ रहे थे।
श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए धाम परिसर में कंट्रोल रूम स्थापित है और पुलिस पिकेट बनाया गया है।
मेले में लोगों की गतिविधियों पर सीसी टीवी कैमरे से निगरानी की जा रही थी। लोगों को चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराने के निमित अंगराबाड़ी (Angrabari) स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को पर्याप्त चिकित्सकीय सुविधा के साथ क्रियाशील है। खोया-पाया केंद्र भी स्थापित है।