खूंटी: उपायुक्त शशि रंजन (Shashi Ranjan) की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में गुरुवार को फिया फाउंडेशन के साथ बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में जिले की सामाजिक एवं आर्थिक गति को लेकर किये जा कार्यों को बेहतर करने पर चर्चा की हुई। इस दौरान फिया संस्थान के रीजनल हेड ऑफ प्रोग्राम ने पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से संस्थान द्वारा किये जा रहे कार्यों की बिंदुआर जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि फिया संस्था द्वारा मुख्यतः सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, जीआइसी प्लान और कोरोना काल में प्रभावी रूप से कार्य किये गये। संस्था द्वारा मुख्य रूप से जिले के तीन प्रखण्डों खूंटी, कर्रा और रनियां प्रखण्ड में कार्य किये जा रहे हैं।
जल संरक्षण की दिशा में भी कार्य किये जाने चाहिए
उपायुक्त ने कहा कि जिले के विकास में संस्था अपना योगदान दे रहा है। ऐसे में जरूरी है कि आकांक्षी जिला के मानकों पर कार्य करें, जिससे जिले के सामाजिक एवं आर्थिक विकास की गति को बढ़ाने में मदद मिले।
उन्होंने कहा कि विकास को समग्रता में देखना जरूरी है, जिसमें मानव संसाधन, प्राकृतिक संसाधन, सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, व नैतिक व ढाँचागत विकास शामिल हो।
विकास के इन विभिन्न आयामों में गरीब, उपेक्षित व पिछडे वर्ग व संसाधन हीन की आवश्यकताओं एवं समस्याओं के समाधान प्रमुख रूप से परिलक्षित हों।
उपायुक्त ने कहा कि हमारे सामूहिक प्रयास से सतत विकास के लक्ष्यों जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तीकरण, आजीविका के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आ सकता है।
बताया गया कि कृषि, शिक्षा व ग्रामीण विकास के क्षेत्र में बेहतर कार्यों के लिए सभी का संयुक्त प्रयास महत्वपूर्ण है। विशेषकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की गति में योगदान किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को स्वरोजगार के लिए विभिन्न प्राशिक्षण कार्यक्रमों से जोड़ा जाना आवश्यक है। साथ ही जल संरक्षण की दिशा में भी कार्य किये जाने चाहिए।
उपायुक्त द्वारा निर्देश दिया गया कि उक्त संस्था द्वारा किये जा रहे कार्यों का पर्यवेक्षण सम्बन्धित प्रखण्ड के वरीय पदाधिकारियों और प्रखण्ड विकास पदाधिकारी द्वारा किया जाय।