रामगढ़: झारखंड के एकमात्र सिद्ध पीठ रजरप्पा मां छिन्नमस्तिके दरबार को साफ रखने के लिए एसडीओ कीर्ति श्री ने पुजारियों और दुकानदारों के साथ मुलाकात की।
गुरुवार को जब वे रजरप्पा पहुंची तो देखा कि दामोदर और भैरवी नदी में मंदिर में इस्तेमाल होने वाली पूजा सामग्री का बड़े पैमाने पर विसर्जन किया गया है।
उन्होंने कहा कि वैसे सामग्रियों को दूसरे स्थान पर रखा जाना चाहिए। ताकि नदी और मंदिर पर क्षेत्र प्रदूषण मुक्त हो सके। उन्होंने लोगों से अपील की कि मंदिर में इस्तेमाल होने के उपरांत पूजा सामग्रियों को नदी में प्रवाहित ना करें।
उनके उचित प्रबंधन के संबंध में चितरपुर बीडीओ उदय कुमार तथा मंदिर प्रबंधन समिति के प्रतिनिधियों के साथ विस्तार से चर्चा की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि इस्तेमाल होने के उपरांत पूजा सामग्रियों की मदद से अगरबत्ती सहित कई प्रकार की वस्तुएं बनाई जा सकती है। अगर इस पर ध्यान दिया जाए तो ना सिर्फ मंदिर प्रांगण बल्कि दामोदर नदी भी स्वच्छ रहेगी।
बरसात के मौसम को देखते हुए मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी ने बीडीओ को नदी के आसपास स्थित दुकानों को किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का निर्देश दिया।