धनबाद: कोरोना संक्रमण का मामला बेकाबू होता जा रहा है, तो इसके लिए लोगों की लापरवाही ही सबसे बड़ी वजह है।
जी हां, धनबाद में लापरवाही का एक ऐसा मामला सामने आया है कि जिसे सुनकर आपके पैर के नीचे से जमीन खिसक जाए।
लापरवाही का आलम ये है कि जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए 34 मरीज पिछले 24 घंटे से अधिक समय तक बाजार, मोहल्लों व घरों में धड़ल्ले से घूमते रहे।
यह चैंकाने वाला खुलासा तब हुआ जब स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण की जांच रिपोर्ट से अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या का मिलान किया।
इंसीडेंट कमांडारों को आदेश, 12 घंटे के भीतर सभी को पकड़कर अस्पतालों में कराएं भर्ती
यह मामला जैसे ही डीसी के संज्ञान में आया उन्होंने बिना देर किए संबंधित क्षेत्रों के इंसीडेंट कमांडरों को 12 घंटे के अंदर सभी संक्रमितों को पकड़कर अस्पतालों में भर्ती कराने का आदेश दे दिया है। इसके बाद संक्रमितों की खोजबीन शुरू हो गई है।
शहरी क्षेत्रों में ज्यादा लापरवाही
बाद में मालूम चला कि कुछ मरीज तो रांची रिम्स से लेकर अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हो चुके हैं, परंतु शेष बाजार में खुलेआम घूमते मिले। इन मरीजों को पकड़.पकड़ कर कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
वहीं, कई अभी भी ट्रेसलेस हैं। यह लापरवाही ग्रामीण क्षेत्रों के मुकाबले शहरी क्षेत्रों में ज्यादा दिखी, जहां आमतौर पर ज्यादा पढ़े.लिखे और जागरूक लोग रहते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार अस्पतालों में भर्ती नहीं होने वालों में ज्यादा मरीज धनबाद नगर निगम क्षेत्र के थे। इसमें भी ज्यादातर धनबाद प्रखंड और झरिया अंचल क्षेत्र के हैं।
कई राज्य से बाहर भी चले गए
जिला प्रशासन की सख्ती के बाद संबंधित क्षेत्र के इंसीडेंट कमांडर और प्रखंड स्वास्थ्य पदाधिकारी के नेतृत्व में अभियान चलाकर मरीजों की धड़पकड़ हुई।
इसके बाद भी धनबाद और झरिया क्षेत्र के 5 मरीज जिले से बाहर निकलने में कामयाब रहे।
धनबाद सीओ प्रशांत लायक का कहना है कि 5 व्यक्ति ऐसे मिले हैं जो जांच रिपोर्ट मिलने के बाद बाहर चले गए हैं।
तीन लोग रांची रिम्स में जाकर भर्ती हो गए हैं। दो लोग अन्य राज्य चले गए हैं। इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दे दी गई है।