पाकुड़: पाकुड़- धुलियान(पश्चिम बंगाल) के बीच बंगाल के पुठीमारी पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने के चलते वहां के प्रशासन ने अगले आदेश तक आवागमन पर रोक लगा दिया है।
हालांकि पुल पर से दोपहर 12 बजे से चार बजे(भोजनावकाश) तक लोगों को साइकिल, मोटरसाइकल तथा पैदल जाने की इजाजत दी है।जबकि चार पहिया सहित सभी भारी वाहनों पर पूर्णतः रोक लगा दिया गया है।
पुल की मरम्मती का काम तेजी से जारी है।मौके पर कार्यरत लोगों के मुताबिक दुरूस्त होने में कमोबेश और तीन चार दिन लग जाएँगे। फलस्वरूप पुल के दोनों ओर ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा आदि को पैदल पार करने वाली सवारियों का इंतजार करते देखा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि पाकुड़ की अर्थव्यवस्था के मद्देनजर अहम भूमिका निभाने वाले इस पुल के क्षतिग्रस्त होने के चलते आम लोगों के साथ पाकुड़ का व्यवसाय, खासकर पत्थर उद्योग पर खासा असर पड़ा है।
पाकुड़ में उत्पादित लाखों टन स्टोन मटीरियल रेलवे के अलावा रोजाना इसी पुल से होकर पश्चिम बंगाल सहित संपूर्ण पूर्वोत्तर भारत को सड़क मार्ग से भेजा जाता है, जो पिछले चार दिनों से पूरी तरह ठप है।
इतना ही नहीं पाकुड़ को पश्चिम बंगाल के बाजारों से आने वाले फल, पैकेज्ड दूध व सब्जियों के कारोबार प्रभावित हुआ है। व्यापारी बतौर वैकल्पिक व्यवस्था दस-पंद्रह किलोमीटर दूर घूमकर शंकरपुर पुल होकर सामान लाते हैं।
गौरतलब है कि कोई तीन महीने पहले इसी पथ पर चांदपुर स्थित जर्जर हो चुके पुल को पश्चिम बंगाल सरकार ने तोड़ कर नया पुल बनाना शुरू किया है।हालांकि आवागमन के लिए डायवर्सन बनाया गया है।
लेकिन उस पर से होकर भी भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगी हुई है। सिर्फ पिकअप वैन अथवा ट्रैक्टरों से ही माल ढुलाई की इजाजत दी गई थी।अब वह भी पूरी तरह से बंद हो गया है।