पलामू : CM हेमंत सोरेन से सम्मान पर पाने वाले के फर्जी IAS अधिकारी Kumar Sourav उर्फ सौरव पांडेय के खिलाफ पलामू के पांडु थाना में FIR दर्ज किया गया है।
पांडू के प्रखंड विकास पदाधिकारी राहुल उरांव के आवेदन के आधार पर IPC की धारा 420, 419, 468, 406, 476, 471, 193, 199 समेत कई संगीन धाराओं में FIR दर्ज किया गया है।
Sadar SDM राजेश कुमार साह ने बताया कि इस मामले में पांडु BDO को FIR करवाने के लिए निर्देश दिए गए थे। SDPO सुरजीत कुमार ने बताया कि मामले में FIR दर्ज कर पुलिस अनुसंधान कर रही है।
पलामू के पांडु के रहने वाले कुमार सौरव उर्फ सौरव पांडेय
दो महीने पहले जब UPSC का रिजल्ट जारी हुआ था तो पलामू के पांडु के रहने वाले कुमार सौरव उर्फ सौरव पांडेय ने दावा किया था कि उसका चयन हुआ है।
26 जुलाई को राज्य के CM हेमंत सोरेन ने राज्य के सभी UPSC में चयनित सभी अभ्यर्थियों को सम्मानित किया था। सोशल मीडिया में CM से सम्मानित होते हुए फोटो वायरल होने के बाद पूरा मामला फर्जी होने का खुलासा हुआ, जिसके बाद कुमार सौरव उर्फ सौरव पांडेय से मोबाइल पर संवर्क किया गया।
काफी मुश्किलों के बाद सौरव ने इस बात को स्वीकार किया कि उससे गलती हुई है। उसने वास्तविक चयनित कुमार सौरव से माफी मांगी है।
पलामू के पांडु के रहने वाले सौरभ ने खुद के बारे में यह भ्रम फैला दिया कि उसने UPSC की परीक्षा पास कर ली है और उसका इस परीक्षा में पूरे देश में 357वां रैंक आया है, जबकि 357वां रैंक यूपी के कुमार सौरभ को मिला है।
रांची के धुर्वा थाने में पलामू सौरभ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर की गई है। यह FIR कुमार चंदन ने दर्ज करवाया है। उनका कहना है कि सरकार को गलत सूचना देने तथा जालसाजी करने के आरोप में कुमार सौरभ के साथ विधि सम्मत कार्रवाई होनी चाहिए।
भ्रम फैलाया था सौरभ ने
FIR में यह भी बताया गया है कि दो दिन पहले CM Hemant Soren ने UPSC में राज्यभर के सफल अभ्यर्थियों का अभिनंदन समारोह भी किया।
इन अभ्यर्थियों में सौरभ पांडेय भी शामिल हुए, जबकि सौरभ पांडेय फर्जी IAS निकला। उसने यह परीक्षा पास ही नहीं की है। यह सब महज एक झूठ और भ्रम था, जिसे सौरभ ने फैलाया था।
लोगों से कही थी कुछ और ही बात
अपने नाम से मिलते-जुलते नाम का फायदा सौरभ पांडेय ने उठाया और फर्जी IAS बनने की तैयारी कर ली। उसने झूठी खबर फैलाई की वह परीक्षा Exam पास कर गया है। अपने गांव में सौरभ ने कहा था कि इस बार अच्छा रैंक नहीं आया है, इसलिए वह नौकरी ज्वाइन नहीं करेगा।