असम/कोलकाता/रांची: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Chief Minister Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि Congress के साथ लंबे समय तक जुड़े रहने के कारण वह पार्टी के नेताओं के संपर्क में रहते हैं लेकिन उन्होंने झारखंड की सरकार (Jharkhand Government) को गिराने के कथित षड्यंत्र में अपनी भूमिका होने के आरोपों को खारिज कर दिया है।
पूर्वोत्तर भारत में BJP नेता सरमा ने कहा कि कांग्रेस के नेता उनके पुराने मित्र हैं और यह बात सभी जानते हैं।
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस नेता पुराने दोस्त हैं और वो इसी वजह से मेरे संपर्क में रहते हैं। मैं 20 साल से अधिक समय तक उस पार्टी में रहा। जब वे यहां आते हैं तो मुझसे मिलते हैं। मैं जब भी नई दिल्ली में होता हूं तो उनसे मिलता हूं।’
CM हिमंत बिस्वा का आरोपों से इनकार
सरमा ने 2015 में कांग्रेस छोड़कर BJP का दामन थाम लिया था। कांग्रेस ने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल के हावड़ा (Howrah) में भारी मात्रा में नकदी के साथ पकड़े गए झारखंड के उसके तीन विधायक असम के मुख्यमंत्री के संपर्क में थे।
बता दें कि रविवार को झारखंड में बेरमो निर्वाचन क्षेत्र के कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल सिंह (Congress MLA Kumar Jaimangal Singh) ने पत्र लिख कर असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे।
उन्होंने तीनों विधायकों के खिलाफ शिकायत पत्र लिखकर आरोप लगाया कि तीनों ने उन्हें गुवाहाटी ले जाने और असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा से मिलने के लिए कोलकाता बुलाया था।
उन्होंने अपने पत्र में आरोप लगाया कि हिमंत बिस्वा सरमा ने कथित नई सरकार में प्रति विधायक 10 करोड़ रुपए के अलावा ‘एक निश्चित मंत्री पद’ देने का आश्वासन दिया था।
पता नहीं कांग्रेस को क्या हो गया है?
बेरमो से कांग्रेस विधायक अनूप सिंह द्वारा सरकार गिराने की साजिश में असम के सीएम नाम का जिक्र करते हुए FIR दर्ज कराने पर हेमंत विस्व सरमा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
Media में चल रहे बयान के अनुसार, सरमा ने कहा है कि 22 साल उन्होंने कांग्रेस की राजनीति की है। ऐसे में कई कांग्रेसी नेता उनके संपर्क में हैं। पर इसके लिए FIR दर्ज करना, पता नहीं कांग्रेस को क्या हो गया है?
क्या है मामल
भारी मात्रा में कैश के साथ धरे गए कांग्रेस के तीनों विधायकों इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को रविवार को कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
उनके साथ रहे दो अन्य को भी गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद उन्हें Court में पेश किया गया, जहां 10 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
इधर, पार्टी ने तीनों विधायकों को निलंबित कर दिया है। दूसरी ओर, पार्टी के एक विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने रांची के अरगोड़ा थाना में तीनों के खिलाफ FIR दर्ज करायी है।
तीनों विधायकों को शनिवार शाम करीब 49 लाख की नकदी के साथ हिरासत में लिया गया था। पूछताछ में तीनों बरामद राशि का स्रोत नहीं बता सके।
राशि कहां से आई, किस लिए आयी, इसमें तीनों के अलग-अलग बयान की बात सामने आयी। इसके बाद तीनों को गिरफ्तार गया।
हावड़ा ग्रामीण SP स्वाति भंगालिया ने बताया कि तीनों विधायकों समेत पांच पर IPC की संबंधित धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने मामले की जांच CID को सौंप दी है। आयकर विभाग (Income TAX Department) को भी अलग से जांच के लिए कहा गया है।