रामगढ़: जिले में पांडे गिरोह में शामिल पतरातू निवासी अशोक पांडे की हत्या उसी के गिरोह के कुछ सदस्यों ने करवा डाली थी।
आठ जनवरी को हुए इस हत्याकांड में शामिल रामगढ़ शहर के बिजोलिया तालाब निवासी विकास कुमार पांडे उर्फ विक्की पांडे तथा कोइरी टोला निवासी प्रशांत चंद्र पोद्दार को गिरफ्तार करने में पुलिस ने सफलता हासिल की है।
रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अशोक पांडे पर गिरोह के सरगना ने गबन का आरोप लगाया था। इसके बाद विकास तिवारी के आदेश पर अशोक पांडे की हत्या की साजिश रची गई।
एसपी ने बताया कि पांडे गिरोह का सरगना विकास तिवारी अभी पलामू जेल में बंद है लेकिन उसने अशोक पांडे की हत्या कराने का जिम्मा गोविंद राय और विकास साव को दिया था।
इसके अलावा अशोक पांडे की रेकी के लिए विकास कुमार पांडे और प्रशांत चंद्र पोद्दार को लगाया गया था।
एसपी ने बताया कि दोनों गिरफ्तार अभियुक्तों ने अशोक पांडे हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है।
उन लोगों ने पुलिस को यह भी बताया है कि अशोक पांडे पर गिरोह के नाम पर अवैध वसूली करने का आरोप था। इस कांड में शामिल कई अन्य लोगों के नाम भी गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताए हैं।
रंगदारी वसूलने का काम भी लगातार कर रहा था
एसपी ने बताया कि अशोक पांडे गिरोह का सक्रिय सदस्य था। पिछले कुछ वर्षों में उसने अपनी सक्रियता गिरोह में कम कर दी थी।
इसके बाद वह जमीन की खरीद बिक्री के धंधे में शामिल हो गया था। इस धंधे में भी गिरोह के ठप्पे ने उसे काफी सफलता दिलाई।
इन सबके बावजूद वह रंगदारी वसूलने का काम भी लगातार कर रहा था। पांडे गिरोह के सरगना को इस बात की सूचना मिली कि अशोक पांडे गिरोह के नाम पर रंगदारी भी वसूल रहा है।
यह सूचना विकास तिवारी को नागवार गुजरी। इसके बाद उसने अशोक पांडे को रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया।
एसपी ने बताया कि विकास और प्रशांत की जब गिरफ्तारी हुई तो उनके पास से हथियार भी बरामद हुए।
उनके पास से एक देसी रिवाल्वर, तीन जिंदा गोली, विवो कंपनी का एक मोबाइल भी मिला है। इस मामले में उन लोगों के विरुद्ध एक नया केस दर्ज किया गया है।