रांची: IAS पूजा सिंघल और उसके करीबियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई दूसरे दिन भी चल रही है।
रांची के पल्स हॉस्पिटल में सुबह-सुबह ED के अधिकारी जांच करने पहुंचे। बता दें कि आज भी देश के 11 ठिकानों पर कार्रवाई जारी है।
इधर ED की टीम रांची में पल्स अस्पताल पहुंची हुई है। ये अस्पताल पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा की ओर से चलाया जाता है।
बताया जा रहा है कि शनिवार की सुबह करीब 7 बजे ED की टीम के कुछ अधिकारी अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने कागजातों की जांच की।
शुक्रवार को IAS पूजा सिंघल के घर सहित 20 ठिकानों पर छापेमारी
इससे पहले शुक्रवार को IAS पूजा सिंघल के घर सहित 20 ठिकानों पर ED की अलग-अलग टीमों ने सुबह 6 बजे एकसाथ छापेमारी की और करीब 16 घंटे बाद उनके सीए के हनुमाननगर बूटी स्थित घर से 6 बक्सों में 19.31 करोड़ रुपए जब्त कर निकली।
ईडी ने यह बड़ी कार्रवाई इसलिए की, क्योंकि जारकंड पुलिस व एसीबी की टीम मामले की जांच में फेल रही।
खूंटी में हुए 18.76 करोड़ रुपए के मनरेगा घोटाले की जांच के दौरान झारखंड पुलिस ने सिर्फ खूंटी जिला परिषद के जूनियर इंजीनियर राम विनोद प्रसाद सिन्हा व उनके परिवार को ही दोषी मानते हुए अपना अनुसंधान पूरा कर दिया था।
झारखंड पुलिस की जांच में खूंटी की तत्कालीन उपायुक्त पूजा सिंघल का नाम तक नहीं आया था।
सिंघल के खिलाफ कार्रवाई तब तेज हुई, जब मनरेगा घोटाले के इस मामले में झारखंड पुलिस में दर्ज 16 केस, अनुसंधान व चार्जशीट के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केस दर्ज किया। इस केस में ईडी ने राम विनोद प्रसाद सिन्हा की 4.25 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी।
ईडी का केस लेना ही पूजा सिंघल के लिए परेशानी का सबब बन गया। ईडी का अनुसंधान चल ही रहा था कि झारखंड हाईकोर्ट में अरुण कुमार दुबे नामक व्यक्ति ने जनहित याचिका दायर कर जांच एजेंसी पर अधिकारी पूजा सिंघल को बचाने का आरोप लगाया था।
इस पर ईडी ने शपथ पत्र में बताया था कि मनरेगा घोटाले में खूंटी की तत्कालीन डीसी पूजा सिंघल की भूमिका की भी जांच की जा रही है।