रांची: झारखंड हाई कोर्ट (Jharkhand High Court) के न्यायमूर्ति डॉ एसएन पाठक की कोर्ट ने सोमवार को सातवीं जेपीएससी सिविल सर्विसेस परीक्षा (7TH JPSC CIVIL SERVICES EXAMINATION) के अभ्यर्थियों के मार्क्स एवं मॉडल उत्तर पुस्तिका आदि जारी नहीं करने को लेकर दायर रिट याचिका की सुनवाई की। कोर्ट ने JPSC से चार सप्ताह में जवाब मांगा है।
सुनवाई के दौरान प्रार्थी की ओर से अमृतांश वत्स ने कोर्ट को बताया कि सातवीं जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (7TH JPSC CIVIL SERVICES EXAMINATION) का रिजल्ट 31 मई को जारी हुआ लेकिन अबतक न तो कट ऑफ मार्क्स (Cut off Marks ) जारी हुआ और न ही किस अभ्यर्थी को कितने मार्क्स मिले हैं, इसकी जानकारी दी गयी है।
JPSC के वेबसाइट पर नहीं जारी हुआ अभ्यर्थियों का नंबर, कट ऑफ मार्क्स
इसके अलावा मॉडल उत्तर पुस्तिका (Model Answer Sheet) जारी नहीं हुई है और अभ्यर्थियों को अपनी उत्तरपुस्तिका देखने का मौका नहीं मिल सका है।
इस प्रकार पहली बार JPSC ने रिजल्ट जारी होने के कई सप्ताह बाद भी अभ्यर्थियों का मार्क्स जारी नहीं किया है। नाम की अनुशंसा कर दिये जाने के बाद भी अभ्यर्थी नहीं जानते कि उन्हें कितने नंबर आये हैं।
JPSC के खुद के वर्ष 2015 के कार्यालय आदेश में कहा गया है कि JPSC के वेबसाइट पर रिजल्ट जारी होने के बाद अभ्यर्थियों का नंबर, कट ऑफ मार्क्स आदि जारी हो जाना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हुआ।