रांची: एक ओर राज्य सरकार (State government) पुलिस समेत अन्य विभाग के कर्मचारियों को जिस तरह से कई तरह की योजनाओं का लाभ दे रही है, लेकिन खुद को वेतनमान का लाभ नहीं मिलने से खिन्न सहायक अध्यापक (Para teacher) अब सरकार के खिलाफ आंदोलन की तैयारी में हैं।
इसके लिए 11 सितंबर को सामुदायिक सहायक अध्यापक संघ एवं झारखंड राज्य सहयोगी शिक्षक संघ (State Associate Teachers Association) की संयुक्त बैठक होगी। इस बैठक में वेमनमान को लेकर चर्चा होगी और यहीं से आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
टेट सफल शिक्षकों ने भी दी आंदोलन की चेतावनी
झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (JETT) सफल सहायक अध्यापक संघ ने पहले ही आंदोलन की घोषणा कर दी है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि संघ पूर्व में 28 अगस्त से आंदोलन की घोषणा की थी, जिसे बाद में स्थगित कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि जल्द ही आंदोलन की अगली तिथि की घोषणा की जायेगी।
विनोद तिवारी व विनोद बिहारी महतो ने बताया कि बैठक में शिक्षकों के लिए बनायी गयी सेवा शर्त नियमावली के अनुरूप अब तक हुई कार्रवाई व वेतनमान की मांग पर विचार किया जायेगा।
सेवा शर्त नियमावली में चार फीसदी मानदेय बढ़ोतरी की बात कही गयी थी, पर अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गयी है।
सत्यापन के नाम पर भुगतान रोकने का आरोप
बताया जा रहा है कि प्रमाण पत्र (certificate) सत्यापन के नाम पर मानदेय भुगतान भी रोक दिया गया है, शिक्षकों से प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए पूर्व में ही राशि जमा ली गयी थी। विभाग द्वारा फिर से राशि मांगी जा रही है।
शिक्षकों ने फिर राशि जमा की है, इसके बाद भी समय पर प्रमाण पत्र का प्रावधान किया गया है। सत्यापन नहीं कराया गया। अब दो माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है।
प्रमाण पत्र सत्यापन नहीं होने के लिए शिक्षक दोषी नहीं है। तिवारी ने कहा है कि इसके लिए संबंधित जिला शिक्षा अधीक्षक व प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी का वेतन रोका जाये।
मानदेय में 50 फीसदी की हुई है बढ़ोतरी
झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल पारा शिक्षक के मानदेय में 50 फीसदी व अन्य शिक्षकों के मानदेय में 40 फीसदी की बढ़ोतरी की गयी है।
इसके अलावा वैसे शिक्षक जो शिक्षक पात्रता परीक्षा (Teacher who teacher eligibility test) सफल नहीं हैं, उनके लिए आकलन परीक्षा का प्रावधान किया गय है। बहरहाल, जिस तरह से अन्य कर्मचारियों को लाभ दिया जा रहा है, उसी तरह से ये सहायक शिक्षक भी अपना वेतन मांग रहे हैं।