रांची: झारखंड विधानसभा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने आरोप लगाते हुए कहा कि सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाले इन लोगों ने सिर्फ व्यापारियों के मदद की। Pension देने का इनके पास पैसा नहीं है।
इन लोगों ने पूरे देश को ताक पर रखने का काम किया है। गरीबों के लिए इनके पास पैसा नहीं है। इनके कारनामों को लिखना शुरू किया जाए तो लिखते-लिखते स्याही खत्म हो जाएगी।
सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार का काम तमाम मीडिया और सोशल मीडिया (Social media) के जरिए किया जा रहा है। हिंदू-मुस्लिम का नारा देकर जनता को सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है।
हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि गिरगिट भी इतना रंग नहीं बदलता, जितना भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी रंग बदलते हैं। मुख्यमंत्री ने आजसू नेता सुदेश महतो (AJSU leader Sudesh Mahto) को भी आड़े हाथ लिया।
बाबूलाल मरांडी ने दूसरी घटना में सुनील सोरेन को अपने पास बैठा लिया
उन्होंने कहा कि आदिवासी-मूलवासी के सबसे बड़े नेता सुदेश महतो का हमेशा प्रयास रहा है कि उनके दोनों हाथों में लड्डू रहे। ऐसे ही लोगों की वजह से इस राज्य की जनता को हर बार छला गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुमका में अंकिता सिंह (Ankita Singh) के यहां दुख व्यक्त करने के लिए तीन नेता निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी और कपिल मिश्रा पहुंचे।
स्थानीय नेता सुनील सोरेन को छोड़ दिया। जब हमने इस बात पर सवाल उठाया, तो बाबूलाल मरांडी ने दूसरी घटना में सुनील सोरेन को अपने पास बैठा लिया।
मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने कहा कि इनका चेहरा इतना भयावह, इतना डरावना और इतना क्रूर है कि उसे पहचानना आसान नहीं है।
लेकिन, सत्ता पक्ष इनकी क्रूरता और उनकी सोच को भली-भांति जनता है। उन्होंने कहा कि अगली बार आपलोग अपना जमानत भी नहीं बचा पायेंगे।