रांची: भाजपा विधायक दल के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने बुधवार को पार्टी के चार विधायकों को मानसून सत्र से निलंबित किये जाने के निर्णय का विरोध जताया है।
उन्होंने कहा है कि सत्र में अकारण BJP के विधायकों को निलंबित किया गया है। उन्होंने हेमंत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष सरकार के इशारे पर असंवैधानिक निर्णय ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा के निलंबित चार विधायक (Four legislators) जनता के सवालों को सदन में सिर्फ मुखरता से उठा रहे थे। जनता ने आखिर इसी के लिय तो उन्हें चुनकर भेजा है।
बाबूलाल मरांडी ने बुधवार को आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है। जनता के पैसों और राज्य के संसाधनों की लूट मची है।
ऐसे में विधायक अगर ये सवाल राज्य के सबसे बड़े पंचायत में करते हैं, मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगते हैं तो इसमें क्या असंवैधानिक है?
सरकार अपने संवैधानिक अधिकारों का दुरुपयोग करवा रही
उन्होंने कहा कि भाजपा के किसी विधायक ने कोई असंवैधानिक, असंसदीय व्यवहार, आचरण सदन में नही किया।
एक विधायक जयप्रकाश पटेल तो सदन में उपस्थित भी नहीं थे फिर भी उन्हें निलंबित किया गया।
उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष की कार्रवाई सुनियोजित थी, क्योंकि वे एक दिन पूर्व ही सदन में ऐसी कार्रवाई की बात कर चुके थे।
उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह जनता के सवालों से घिर चुकी है। कोई जवाब सरकार के पास नहीं है, इसलिए सरकार अपने संवैधानिक अधिकारों (Constitutional rights) का दुरुपयोग करवा रही है।