रांची: कोल इंडिया लिमिटेड (Coal India Limited) दिन-ब-दिन प्रगति कर रहा है। स्वास्थ्य क्षेत्र, समाज के विकास और स्थिरता की दिशा में सीसीएल के कार्यक्रम बेहतर हैं।
मंगलवार को ये बातें सीसीएल के CMD पीएम प्रसाद ने कहीं। वे सीयूजे (CUJ) में ‘सेंटर फॉर एनवायरनमेंट, सोसाइटी एंड गवर्नेंस फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट’ के उद्घाटन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि सीसीएल सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि सीएसआर फंड झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय को उपलब्ध कराया जाएगा।
उद्योग साझेदारी समय की आवश्यकता
सीयूजे और सीसीएल मिलकर कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) प्रोग्राम के तहत काम करेंगे। उन्होंने कहा कि खनन बंद करना भी एक चुनौती है और CCL इस पर और पर्यावरण की रक्षा के लिए काम कर रही है।
खनन प्रक्रिया को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए सीसीएल कोयला खदानों (Coal Mines) में नई तकनीकों के साथ आ रही है।
कार्यक्रम में अपने अध्यक्षीय भाषण में सीयूजे के कुलपति प्रो. क्षितिज भूषण दास (Kshitij Bhushan Das) ने कहा कि भारत सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्व सन्तु निरामया’ में विश्वास करता है।
ग्राहकों, निवेशकों और कंपनियों की धारणाएं महत्वपूर्ण हैं। सक्षम होने के अलावा व्यवसाय में एक अच्छा चरित्र और नैतिक व्यवहार महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद को सुनना बहुत उत्साहजनक था।
दास ने कहा कि संभावनाओं के विकास तथा कौशल वृद्धि को पूरा करने के लिए अकादमी उद्योग साझेदारी समय की आवश्यकता है।
कृषि वानिकी, कृषि व्यवसाय और कौशल विकास में साझेदारी की जा सकती है। कार्यक्रम की शुरुआत प्रोफेसर मनोज कुमार, डीन-शैक्षणिक मामलों के परिचयात्मक भाषण से हुई, जहां उन्होंने सम्मानित अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम का उद्घाटन सत्र सीयूजे के कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास, सीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद, उप प्रबंधक-एचआर अखिलेश उपाध्याय, प्रो. रतन कुमार डे, निदेशक आईक्यूएसी, प्रो. मनोज कुमार, डीन-शैक्षणिक मामले, प्रो. एस मेधेकर, डीन-आर एंड डी, प्रो. एस एल हरिकुमार, रजिस्ट्रार; विभिन्न विभागों के डीन, पुस्तकालयाध्यक्ष, परीक्षा नियंत्रक, सभी विभागों के प्रमुख/समन्वयक, विश्वविद्यालय के संकाय सदस्य, शोध छात्र, अन्य छात्र और विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी की उपस्थिति में किया गया।