रांची: देवघर त्रिकुट पहाड़ रोप-वे हादसे में घायल हुए गिरिडीह के डेढ़ साल के आनंद को शनिवार को मेडिका अस्पताल ने डिस्चार्ज कर दिया गया। आनंद को मुंह में गंभीर चोट लगी थी। उसे 15 अप्रैल को मेडिका में भर्ती कराया गया था।
मैक्सिलोफेसियल सर्जन डॉक्टर अनुज और बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बिनोद की देख रेख में आनंद का इलाज चल रहा था।
डॉक्टर अनुज ने बताया कि आनंद के लिए विशेष रूप से शरीर के अंदर ही लगने वाले इंप्लांट दिल्ली से मंगाए गए थे।
मेडिका के डॉक्टरों ने बताया कि पूर्वी भारत में पहली बार ऐसी सर्जरी हुई है, जिसमें बायो रेसोर्बेबल प्लेटलेट्स का इस्तेमाल किया गया हो।
उन्होंने बताया कि इस कठिन सर्जरी में लगभग तीन घंटे तक का समय लगा। डॉक्टर अनुज ने रेसोर्बेबल प्लेट्स की मदद से चेहरे की टूटी हुई हड्डियों को जोड़ा और उसके बाद बच्चे के बुरी तरीके से ज़ख़्मी चेहरे को प्लास्टिक सर्जरी कर ठीक किया।
बच्चे की गंभीर अवस्था को देखते हुए सर्जरी के बाद बच्चे को दो दिनों के लिए डॉक्टर विजय मिश्रा की निगरानी में गहन चिकित्सा केंद्र (क्रिटिकल केयर यूनिट) में रखा गया था।
गिरिडीह का डेढ़ साल का बच्चा जख्मी हो गया था
आनंद के पिता विनोद भोक्ता ने झारखंड सरकार और मेडिका अस्पताल के डॉक्टरों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चे के ठीक हो जाने के बाद उन्हें अब काफी खुशी महसूस हो रही है।
उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी की इतनी जल्दी उनका बच्चा पूरी तरह से ठीक हो जाएगा लेकिन जिस लगन से मेडिका के चिकित्सकों ने बच्चे का इलाज किया है, ऐसा लग रहा कि आज उनका बच्चा मौत के मुंह से वापस लौट आया।
उल्लेखनीय है कि देवघर रोप-वे हादसे में गिरिडीह का डेढ़ साल का बच्चा जख्मी हो गया था।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर बच्चे को मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामले को लेकर देवघर डीसी और रांची डीसी ने भी पहल की थी।