रांची: कोरोना के कम होते ही दो साल बाद हज 2022 में शरीक होने के लिए झारखंड के लोगों में बहुत उत्साह दिख रहा है।
लेकिन उनके लिए थोड़ी परेशानी की बात ये है कि अब उन्हें रांची नहीं, कोलकाता से सऊदी अरब के लिए उड़ान भरनी होगी।
मदीना जाकर गुम्बद-ए-ख़िज़्रा के दीदार और मक्का जाकर ख़ाना-ए-काबा की ज़ियारत करने की चाहत कमोबेश हर मुसलमान की रहती है।
स्टेट हज कमेटी के अध्यक्ष डॉ. इरफान अंसारी ने बताया कि झारखंड के आज़मीन-ए-हज को इस बार कोलकाता जाना पड़ेगा। वहीं से जेद्दा के लिए जहाज़ रवाना होगा।
उन्होंने बताया कि हज फार्म भरने के लिए पहले 31 जनवरी अंतिम तारीख थी। लेकिन मांग को देखते हुए इसे 15 फरवरी तक बढ़ाया गया था।
कई लोग बेटे-बेटियों की शादी करने के बाद हज करते हैं
इस तिथि तक 1903 आवेदन जमा हुए। हालांकि, इनमें से 283 के आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया है। इसके समाधान के प्रयास में कमेटी है।
आवेदन की अंतिम तिथि आगे बढ़ाते हुए 22 अप्रैल कर दी गयी है।
उन्होंने बताया कि अपने देश से अधिकतर बुजुर्ग लोग ही हज के लिए जाते रहे हैं। वे रिटायरमेंट के बाद हज के लिए जाना पसंद करते हैं।
जबकि कई लोग बेटे-बेटियों की शादी करने के बाद हज करते हैं। लेकिन ऐसे लोगों के लिए अब मुश्किल होगी।
सेंट्रल हज कमेटी की गाइड लाइन के मुताबिक आवेदकों की उम्र 10 जुलाई 2022 को 65 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए।