रांची: झारखंड के साहिबगंज और बिहार (Jharkhand-Bihar) के कटिहार जिले के मनिहारी घाट के बीच गंगा नदी में चलने वाला एक मालवाहक जहाज गुरुवार रात अनियंत्रित हो गया।
जहाज पर करीब 14 ट्रकों में स्टोन (पत्थर) लोड था। इसके साथ सभी ट्रकों के ड्राइवर और हेल्पर भी इसमें सवार थे।
हादसे में जहाज के स्टाफ के साथ ट्रकों के ड्राइवर-खलासी सहित 10 लोगों की आशंका जताई जा रही थी।
जहाज प्रबंधन का कहना है कि आठ लोगों ने तैरकर अपनी जान बचाई है, जबकि दो लोग अब भी लापता हैं। जहाज साहिबगंज से मनिहारी की तरफ जा रहा था।
इस संबंध में जहाज में सवार कैप्टन अमर चौधरी ने शुक्रवार को बताया कि जहाज पर कुल 14 ट्रक लोड थे। एक ट्रक का टायर फट गया।
इस कारण वह अनियंत्रित होकर नदी की बीच धार में गिर गया। इसके साथ चार और ट्रक गिर गए। बाकी बचे ट्रकों को लेकर जहाज किनारे पर पहुंचा।
नौ ट्रक जहाज पर पलट गए हैं
नौ ट्रक जहाज पर पलट गए हैं, जबकि पांच ट्रक गंगा के बीच धार में डूबे हुए हैं। ट्रकों की तलाश और लापता लोगों के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है।
साहेबगंज जिले के उपायुक्त रामनिवास यादव ने बताया कि गुरुवार दोपहर ये जहाज रवाना हुआ था। नदी के अंदर कुछ दूर जाने पर इसमें खराबी आई।
जहाज में मौजूद लोगों ने इसे ठीक किया। इसके बाद बैलेंस बिगड़ने से पांच ट्रक नदी में गिर गए। लापता लोगों की तलाश जारी है। इस हादसे की जांच करवाई जाएगी।
हादसा समदा घाट से मनिहारी के बीच हुआ है। बताया जा रहा है कि जहाज में खराबी की वजह से यह देरी से रवाना हुआ। देर रात तक वो अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच सका था। रात 12:00 बजे के करीब ये हादसा हुआ है।
हादसे की सूचना मिलने के बाद बचाव और राहत के लिए साहिबगंज प्रशासन सक्रिय है। एनडीआरएफ से मदद मांगी गई है।
देवघर से एनडीआरएफ की एक टीम साहिबगंज के लिए रवाना हो चुकी है। हादसे में लापरवाही भी नजर आ रही है।
प्रशासन की ओर से घाट पर पुलिस चौकी बनाई गई है। यह आने-जाने वाले मालवाहक जहाजों की निगरानी करते हैं। जांच के लिए अलग से कोई व्यवस्था नहीं है।
उल्लेखनीय है कि गत 25 फरवरी को झारखंड के जामताड़ा जिले के बराकर नदी में नाव पलटने से 16 से ज्यादा लोगों डूब गए थे।